जिले के डीएम और पुलिस अधीक्षक ने आम जनता से कोरोना से बचाव के लिए उठाए जा रहे कदमों में सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए 31 मार्च तक संयम रख अत्यंत आवश्यक कार्य के लिए ही अपने घर से बाहर निकलें। कोरोना वायरस देश में तीसरे स्टेज की ओर बढ़ रहा है। अभी तक राज्य में कोरोना संक्रमण के सात मामले आ चुके हैं जिनमें नेल्लोर के मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
जिला पुलिस मंगलवार को पूरी तरह से मुस्तैद दिखाई दी। शहर के मुख्य मार्गो पर पुलिस ने बैरिकेड लगाकर अकारण बाहर निकले लोगों को समझाकर घर भेजा। पुलिस हर एक वाहन की जांच भी कर रही है।
धारा 144 का निरिक्षण करने पहुंचे जिला कलक्टर शेषगिरी बाबू और पुलिस अधीक्षक भास्कर भूषण ने शहर के विभिन्न जगहों का निरीक्षण किया। इस दौरान वीआरसी सेंटर के बाहर भीड़ देखकर उन्होंने लोगो को समझाया।
कोरोना वायरस से बुजुर्ग और बच्चे प्रभावित न हों इसलिए उनसे घर पर रहने की अपील की गई। 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के संक्रमित होने की संभावना ज्यादा है। कलक्टर ने लोगों से कहा कि कोरोना का संक्रमण एक से दूसरे में फैलता है। इसलिए सोशल डिस्टेंस बनाए रखें। उन्होंने मीडिया वालो से भी सोशल डिस्टेंस बनाने की अपील की।
राज्य भर में लॉकडाउन की घोषणा के बाद दैनिक उपयोग की वस्तुओं के लिए लोग कतारों में दुकानों के आगे खड़े दिखे। सब्जी की खरीदी में लोगों को परेशानी न हो इसलिए प्रशासन ने मुख्य सब्जी मंडी के सभी प्रवेश द्वारों को बंद कर दिया और एक द्वार से ही बैरिकेड लगा कर लोगों को अंदर जाने दिया गया। प्रशासन सब्जियों के दामों पर नियंत्रण रखे हुए है।
परिवहन निगम के वाहन सड़कों पर दिखाई नहीं दिए जिस के कारण लोग पैदल ही सामान लेने के लिए जाते दिखाई दिए। सोशल डिस्टेंसिंग की अपील के बाद भी लोग समूह में मार्निंग वाक भी करते दिखाई दिए।
प्रशासन ने आमजन को अपने घर न निकलने की हिदायत दी है। अगर प्रशासन के आदेशों का पालन नहीं किया गया तो पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। पुलिस स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लोगों पर मुकदमें दर्ज करने से भी नहीं चूकेगी।