scriptपिछली बार से कम मतदाताओं ने दबाया नोटा बटन | Less than the last time voters pressed the button | Patrika News

पिछली बार से कम मतदाताओं ने दबाया नोटा बटन

locationचेन्नईPublished: May 25, 2019 01:47:46 pm

Submitted by:

Ritesh Ranjan

सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में जब नोटा (नन ऑफ द अबॉव) की व्यवस्था ईवीएम मशीनों में करने का आदेश चुनाव आयोग को दिया था तब शायद ही किसी को अनुमान रहा होगा कि यह व्यवस्था चुनावों को कितना प्रभावित करने वाली है।

news,Chennai,Tamilnadu,Special,Breaking,

पिछली बार से कम मतदाताओं ने दबाया नोटा बटन

चेन्नई. सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में जब नोटा (नन ऑफ द अबॉव) की व्यवस्था ईवीएम मशीनों में करने का आदेश चुनाव आयोग को दिया था तब शायद ही किसी को अनुमान रहा होगा कि यह व्यवस्था चुनावों को कितना प्रभावित करने वाली है। इस बार लोकसभा चुनाव में नोटा ने एक बार फिर राजनीतिक दलों को आईना दिखाने का काम किया है। तमिलनाडु में लोकसभा चुनाव 2019 में करीब १.२८ प्रतिशत मतदाताओं ने ही ईवीएम में इस बटन को दबाने पर विश्वास दिखाया, लेकिन पिछले आम चुनावों के मुकाबले इस बार नोटा पर मतदाता का यकीन कुछ बढ़ता दिखाई दिया, तो राज्य के कई सीटों पर 2014 के उलट इसकी हिस्सेदारी बढ़ गई।
चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इस बार राज्य में ५,४१,१५० मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया यानी कुल मतदाताओं का १.८ प्रतिशत मतदाताओं ने नोट का बटन दबाया है वहीं पिछले लोकसभा चुनाव (२०१४) में ५८१७८२ मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया था। तमिलनाडु के ४०६४४२८२ मतदाताओं में से १.४३ प्रतिशत मतदाताओं ने किसी प्रत्याशी को नहीं चुना। नोटा ने राज्य की एआईएडीएमके और डीएमके की कई सीटें छिनने में अहम भूमिका निभाई है। इस बार सबसे अधिक दिंडीगुल में डीएमके प्रत्याशी वेलूसामी पी. को ७४६५२३, कल्लकुरिची सीट पर डीएमके के प्रत्याशी गौतम सिंहमणि पोन को ७२१७१३ वोट और श्रीपेरंबदूर में डीएमके के प्रत्याशी बालू टीआर को ७९३२८१ वोट और तिरुवल्लूर के कांग्रेस प्रत्याशी डा. के. जयकुमार को ७६७२९२ वोट मिले है। वहीं कई सीटों पर कमल हासन की पार्टी मक्कल नीदि मय्यम (एमएनएम) के प्रत्याशियों को एआईएडीएमके के प्रत्याशियों से अधिक वोट मिले है। कई सीटों पर भारी संख्या में नोटा का बटन दबाया गया है, यदि ये वोट एआईएडीएमके के खाते में आते तो परिस्थितियां कुछ हद तक बदल सकती थी। यही स्थिति राज्य की कई सीटों पर देखने को मिल रही है।
राज्य के ३८ सीटों पर सबसे अधिक श्रीपेरंबदूर में २३३४३ मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाकर मौजूदा सत्तारूढ़ राज्य सरकार की कार्यशैली में असंतोष जताया है। वहीं सबसे कम कन्याकुमारी जिले में ६१३१ मतदाताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी वसंतकुमार एच को जिताया है।
शहरी क्षेत्रों में भी दिखा नोटा का असर
शहरी क्षेत्र की सीट चेन्नई सेंट्रल, चेन्नई साउथ और चेन्नई नॉर्थ में नोटा का असर देखने को मिला है। चेन्नई सेंट्रल में १३८२२ मतदाता, चेन्नई साउथ में १६८९१ मतदाता और चेन्नई नॉर्थ में १५६८७ मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाकर मौजूदा सरकार के प्रति असंतोष व्यक्त किया है। लोकसभा चुनाव में महानगर के तीनों सीट पर सत्तारूढ़ सरकार एक भी सीट पर कब्जा जाने में नाकाम हुई है वहीं डीएमके ने इसमे बाजी मार ली है। तीनों सीट पर डीएमके के प्रत्याशियों ने भारी मतों से स्टालिन के नेतृत्व वाली पार्टी को जीत दिलाया है।
लोकसभा क्षेत्र जिसमें मतदाताओं ने चुना नोटा :
अरक्कोणम: १२१७९
आरणनी:१६९२१
चेन्नई सेंट्रल: १३८२२
चेन्नई नॉर्थ: १५६८७
चेन्नई साउथ: १६८९१
चिदम्बरम: १५५३५
कोयम्बत्तूर: २३१९०
कडलूर: ८७२५
धर्मपुरी: १३३७९
दिंडीगुल: १४१७७
ईरोड़: १४७९५
कल्लकुरिची: ११५७६
कांचीपुरम: २१६६१
कन्याकुमारी: ६१३१
करुर: ९६०३
कृष्णगिरि: १९८२५
मदुरै: १६१८७
मईलाडुदुरै: ८२३१
नागपट्टिनम: ९४६३
नामक्कल: १५०७३
नीलगिरि: १८१४९
पेरम्बलूर: ११३२५
पोल्लाची: १५११०
रामनाथपुरम: ७५९५
सेलम: १७१३०
शिवगंगा: ९२८३
श्रीपेरम्बदूर: २३३४३
तेनकाशी: १४०५६
तंजावुर: १५१०५
तेनी: १०६८६
तिरुवल्लूर: १८२७५
तुत्तुकुड़ी: ९२३४
तिरुचि: १४४३७
तिरुपुर: १०९५८
तिरुवण्णामलै: २१८६१
विल्लुपुरम: १२३१७
विरुदनगर ११९४३
——-
तमिलनाडु में विधानसभा के उपचुनाव में एआईएडीएमके और डीएमके के बीच कड़ी टक्कर हुई। यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि जयललिता और करुणानिधि के निधन के बाद राज्य में पहली बार चुनाव हुआ। यहां सत्तारूढ़ पार्टी एआईएडीएमके को बड़ा झटका लगा है और राज्य की २२ विधानसभा सीटों में से १३ सीटों पर डीएमके ने कब्जा जमाया है। इसके पीछे स्टालिन की चुनावी रणनीति मानी जा रही है। वैसे विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के बीच मतों का अंतर बहुत बड़ा है। किसी भी सीट पर ऐसा नजदीकी अंतर देखने को नहीं मिला जिससे यदि नोटा को मिलने वाले वोट उक्त पार्टियों को मिलते तो स्थिति कुछ और ही होती। हालांकि सात्तूर में नजदीकी आंकड़ा देखने को मिला यहां एआईएडीएमके के प्रत्याशी राजावर्मन एमएसआर को ७६८२० और डीएमके के प्रत्याशी श्रीनिवासन वी को ७५७१९ वोट मिले हैं। दोनों का अंतर केवल ११०१ वोट का है। इस सीट पर १६९७ मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया है।
विधानसभा में नोटा के आंकड़े : एक नजर
पूंदमल्ली: ३१६८
पेरम्बूर: २५११
तिरुपोरुर: २२४३
शोलिंगर: २११२
गुडियातम: २८३८
आम्बूर: १८५२
होसूर: ४२६२
पप्पीरेड्डीपट्टी: २३६७
हरूर: २१५७
नीलाकोट्टै: १३३९
तिरुवारुर: १४१३
तंजावुर: २७९७
मानामदुरै: १६१८
आंडीपट्टी: २२४६
पेरियाकुलम: २७६०
सात्तूर: १६९७
परमकुडी: १६१६
विलत्तिकुलम: १३८६
अरवाकुरिची: ९०४
सुलूर: १९३८
तिरुपरमकुंड्रम: २१८४
ओट्टपिडारम: १७८३
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो