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तमिलनाडु: पांच महीनों में 63 बिजली दुर्घटनाएं, मार्च से अक्टूबर के बीच 8 गैंगमैन भी मरे

locationचेन्नईPublished: Oct 19, 2021 06:47:44 pm

Submitted by:

P S VIJAY RAGHAVAN

– TNEB ने दिए जांच के आदेश

चेन्नई.

पिछले पांच महीनों में बिजली के तार गिरने की बढ़ती घटनाओं से तमिलनाडु बिजली बोर्ड की चिंता बढ़ा दी है। ये घटनाएं जान-माल की हानि के सबब बन रहे हैं। राज्य में इस अवधि में बिजली के तार गिरने के 63 हादसे हो चुके हैं। बिजली बोर्ड ने इनका निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।

सूत्रों के अनुसार हाल ही में भर्ती किए गए गैंगमेन को लाइव वायर हैंडल करने का भी कराया जा रहा है जबकि वे इसके लिए अनाधिकृत हैं। कार्य कुशलता के अभाव में वे इस तरह की दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार उनको सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करने के लिए उचित प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।

अभियंता करेंगे निरीक्षण
इसके अलावा, यह भी कहा गया है कि बिजली के तार गिरने आम लोगों के हताहत होने की संख्या में वृद्धि हुई है और इसे रोकने के लिए वितरण प्रभाग के मुख्य अभियंता को स्पष्ट रूप से प्रत्येक विद्युत दुर्घटना का निरीक्षण करने का आदेश हुआ है। साथ ही सुरक्षा प्रभाग के सहायक अभियंता का दायित्व तय किया गया है कि वे बिजली दुर्घटनाओं के कारणों की पहचान करेंगे। साथ ही विद्युत दुर्घटना और दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करेंगे।

दायित्व तय
तमिलनाडु बिजली बोर्ड ने एकाएक इन दुर्घटनाओं की आवृत्ति को गंभीरता से लिया है। बोर्ड ने निर्देश दिया है कि पर्याप्त एहतियाती उपायों के बिना विद्युत दुर्घटना की स्थिति में फील्ड इंजीनियर और फील्ड स्टाफ जिम्मेदार होंगे। उनकी लापरवाही पाई जाने पर उचित कार्रवाई भी की जाएगी। लिहाजा किसी भी तरह का कार्य शुरू करने से पहले उनको सुरक्षा मानक व उपाय सुनिश्चित करने होंगे।

अनुरक्षण के वक्त काटी जाए बिजली
यह स्पष्ट हिदायत हुई है कि बिजली अनुरक्षण का कार्य करते वक्त विद्युत आपूर्ति रोक दी जाए। राज्य के नौ बिजली मंडलों में गत 5 महीनों के दौरान इस अवधि में बरती गई लापरवाही के कारण बिजली के जिंदा तारों के टूटकर गिरने और करंट का झटका लगने की 63 घटनाएं रिपोर्ट हुई हैं। इनमें आम व्यक्तियों व जानवरों सहित 84 जनों के हताहत होने की खबर है।

30 हजार रिक्त पद
मार्च से अक्टूबर तक के आंकड़ों की बात की जाए तो 25 प्रशिक्षु गैंगमैन दुर्घटनाओं से हताहत हुए। इनमें 8 जनों की मौत हो गई। आरोप है कि बोर्ड में कर्मचारियों की कमी की वजह से प्रशिक्षु गैंगमैन से वे कार्य भी कराए जा रहे हैं जो नहीं कराए जाने चाहिए। तमिलनाडु बिजली बोर्ड कर्मचारी संघ के महासचिव ए. सेक्कियर के अनुसार फील्ड सहायक और वायरमैन वर्ग में 30 हजार रिक्तियां हैं जिनको तत्काल भरा जाना चाहिए। अकुशल कर्मचारियों की सूरत में ऐसी घटनाएं नहीं रोकी जा सकती।

बिजली दुर्घटनाओं में मौत
वर्ष मानव मौतें
2018-19 382
2019-20 591
2020 नवम्बर 550

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