चेन्नई के पास वंडलूर चिडिय़ाघर में एक मादा शेर की संदिग्ध कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई है, जबकि नौ अन्य शेरों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिस शेरनी की मौत हुई उसका नाम नीला था और वह उम्र 9 साल की थी। पॉजिटिव हुए शेरों को अलग-थलग कर दिया गया है ताकि दूसरे जानवर इसके चपेट में ना आ जाए। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज से एक नमूना वापस आया, जिसमें कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई।
चिड़ियाघर की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, सफारी पार्क क्षेत्र के एनिमल हाउस 1 में रखे गए पांच शेरों को एनोरेक्सिया (भूख न लगना) और कभी-कभी खांसने के लक्षणों का पता चला था। इन-हाउस पशु चिकित्सा दल ने प्रोटोकाल के अनुसार पशुओं की जांच एवं उपचार के लिए तत्काल कार्रवाई की। TANUVAS द्वारा विशेषज्ञों की एक टीम को भी चिड़ियाघर के पशु चिकित्सकों के साथ जांच करने और उपचार के भेजा गया है।
शेरों के रक्त के नमूनों को TANUVAS भेजा गया है। वहीं नाक के स्वाब, रेक्टल स्वाब और 11 शेरों के मल के नमूने राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग संस्थान भोपाल भेजे गए हैं। जो कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए अधिकृत 4 नामित संस्थानों में से एक है। चिड़ियाघर के सफारी क्षेत्र के एनिमल हाउस नंबर 2 में रहने वाली एक शेरनी, (नीला, आयु 9 वर्ष) की 3 जून को शाम लगभग 6.15 बजे मृत्यु हो गई। उक्त शेरनी सिम्टोमेटिक थी और केवल एक दिन पहले ही उसके नाक से कुछ स्राव दिखा था। जिसके बाद उसका उपचार किया गया था।
वहीं टेस्ट के लिए भेजे गए 11 शेरों के नमूनों में से नौ शेरों में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इन रिपोर्ट्स को और पुख्त करने के लिए नमूने 4 जून को भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बरेली और सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी हैदराबाद को भी भेजे गए हैं। बता दें कि इस चिड़ियाघर के सभी कमर्चारियों को कोरोना वायरस के टीके दिए जा चुके हैं।
कथित तौर पर, शेर के भेजे गए सैंपल की कोरोना रिपॉर्ट पॉजिटिव आने के बाद अधिकारियों ने संदेह जताया और दोबारा सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा। जिसमें शेर के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
ज्ञातव्य है कि तमिलनाडु सरकार द्वारा कोरोना वायरस मामलों में वृद्धि के बाद लॉकडाउन आदेश जारी करने के बाद वंडलूर चिडिय़ाघर को बंद कर दिया गया था। अधिकारियों ने जानवरों की सुरक्षा के लिए सभी उपाय किए और अब वे इस बारे में निश्चित नहीं हैं कि शेर कैसे कोरोना वायरस के चपेट में आया।
अधिकारियों ने बताया कि शेरनी मौत के कारणों का पता लगाने के लिए चिडिय़ाघर के अधिकारियों ने फिर से नमूने जांच के लिए भेजे हैं। इससे पहले हैदराबाद चिडिय़ाघर में आठ एशियाई शेरों में मई महीने में कोविड-19 हुआ था। यह देश में इस तरह का पहला मामला था और केंद्र ने सभी राष्ट्रीय उद्यानों, अभयारण्यों और राष्ट्रीय प्राणी उद्यानों को बंद करने का आदेश प्रेरित किया।