यहां संवाददाताओं से बाचतीच में उन्होंने कहा स्टालिन का आरोप है कि बजट में तमिलनाडु को अनदेखा किया गया है। लेकिन डीएमके के शासनकाल में नंगुनेरी के डिफेंस इंडस्ट्री पार्क को अनदेखा किया गया था, जो कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन और पोन. राधाकृष्णनन के प्रयासों के बाद अब आगे आ रहा हैं। इसके अलावा केंद्र द्वारा पेरंबूर में नए ट्रेन कोच फैक्ट्री की स्वीकृति दी गई है। आईआईटी मद्रास को नई प्रौद्योगिकी पर शोध एवं परीक्षण करने के अनुमति के अलावा फसल बीमा योजना के तहत आठ लाख किसानों को २,४०० करोड़ प्रदान भी किया गया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार, जिसका डीएमके भी हिस्सा था, के दौरान तमिलनाडु में कौन सी योजना लाई गई थी। क्या स्टालिन एक भी योजना का नाम बता सकते हैं?
स्टालिन ने राज्य हाउस के नाम को नहीं बदलने की चेतावनी दी
दिल्ली में स्थित राज्य गेस्ट हाउस के नाम को बदलने की कोशिश की सख्ती से आलोचना करते हुए डीएमके कार्यकारी अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने रविवार को एआईएडीएमके सरकार को नाम नहीं बदलने की चेतावनी दी। यहां जारी एक विज्ञप्ति में उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री एडपाड़ी के. पलनीस्वामी पर केंद्रीय मंत्रियों से बेरहम तरीके से आग्रह करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा दिल्ली में स्थित मंत्रियों के सामने स्वामी भक्ति दिखाने के लिए मुख्यमंत्री नाम बदलने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन नाम नहीं बदला जाना चाहिए। इससे पहले रामेश्वरम मत्स्य एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने स्टालिन से मुलाकात कर देशी नौकाओं पर लगे प्रतिबंध के मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।