अब दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत होगी। इसमें भारत की ओर से एनएसए अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
कोवलम के कोव रिसोर्ट में मुलाकात के बाद पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई, जहां पीएम मोदी ने भारत और चीन को आर्थिक शक्ति बताया।
कोव रिसोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात खत्म हो गई है। दोनों नेताओं के बीच करीब 55 मिनट तक विभिन्न मुद्दों पर बातचीत हुई।
चीनी राष्ट्रपति के साथ 100 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडलचीनी
राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ विदेश मंत्री वांग यी और स्टेट काउंसलर यांग जिएची सहित 100 सदस्यीय मजबूत प्रतिनिधिमंडल आया है। चीनी प्रतिनिधमंडल में सीपीसी केंद्रीय कमेटी और राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य डिंग शुईशियांग, स्टेट काउंसलर यांग जिएची, विदेश मंत्री वांग यी, चीनी पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कॉन्फ्रेंस की राष्ट्रीय समिति के उपाध्यक्ष एच.ई. लाइफेंग व अन्य लोग शामिल हैं।
वागं यी और यांग जिएची अपने भारतीय समकक्ष विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ अलग से वार्ता करेंगे।
आतंकवाद-व्यापार जैसे मुद्दे पर बात
कोवलम बीच तमिलनाडु का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। यहां पर बेहद मनोरम स्थल में कोव रिजॉर्ट बना हुआ है। इसी जगह पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग मिले। मुलाकात के दौरान दोनों के साथ ट्रांसलेटर मौजूद हैं। दोनों देशों के बीच आतंकवाद, व्यापार जैसे मुद्दे पर बातचीत संभव है।