विज्ञप्ति में स्पष्ट कर दिया गया कि रजनीकांत पंचायत चुनाव में किसी को समर्थन नहीं देने वाले हैं। इस वजह से वोट हासिल करने में किसी भी दृष्टि से उनके नाम का उपयोग नहीं होना चाहिए। रजनीकांत राजनीतिक दल बनाने की घोषणा कर चुके हैं। हालांकि इस घोषणा को ३१ दिसम्बर को दो साल हो जाएंगे। वे कई मौकों पर बयान दे चुके हैं कि तमिलनाडु में जे. जयललिता और एम. करुणानिधि के गुजरने के बाद राजनीतिक खालीपन पैदा हो चुका है। फिल्मी दुनिया के उनके मित्र कमल हासन के एमएनएम शुरू करने के बाद रजनीकांत से लोगों को ज्यादा अपेक्षाएं हैं। ऐसे में रजनीकांत अब तक हुए विधानसभा उपचुनावों को टालते आए हैं कि उनकी नजर २०२१ के विधानसभा चुनाव पर है।
इस बीच शनिवार को अपनी अगली फिल्म दरबार के संगीत विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रजनीकांत ने कहा, जनता ने जो यकीन उन पर दिखाया है वे उसे बचाए रखेंगे। १२ दिसम्बर को ७० वर्ष के होने वाले रजनीकांत ने कर्नाटक से उनके तत्कालीन मद्रास पहुुंचने का वृत्तांत सुनाया। रजनीकांत ने कहा कि ख्यातनाम निर्देशक स्वर्गीय के. बालचंदर ने उनको यह नाम दिया। वे इस नाम को बचाने में कामयाब रहे। अब तक १६० फिल्मों वे अभिनय कर चुके हैं। इन फिल्मों से जुड़े सभी लोगों के विश्वास को भी वे कायम रख सके हैं। इसी तरह जनता ने जो यकीन उन पर दिखाया है वे उसे भी सुरक्षित रखेंगे।