वायरोलॉजी लैब के सहायक प्रोफेसर और लैब प्रभारी डॉ सुगुमारी ने बताया कि 45 डेटा एंट्री ऑपरेटरों के अलावा 65 डॉक्टरों और पैरामेडिक्स सहित लगभग 100 कर्मचारियों वाली यह लैब मार्च 2020 से चौबीसों घंटे काम कर रही है।
नौ आरटी पीसीआर परीक्षण मशीनों और पांच आरएएन एक्सटै्रक्टर्स के साथ प्रयोगशाला प्रतिदिन लगभग 12 हजार से 15 हजार परीक्षण करने में सक्षम है। कोरोना की पहली लहर के दौरान लैब में दैनिक आधार पर 8 हजार परीक्षण किया जाता था, लेकिन दूसरी लहर के दौरान 11 से 15 हजार 801 लोगों का परीक्षण किया जाने लगा। नौ आरटी पीसीआर परीक्षण मशीनों और पांच आरएएन एक्सटै्रक्टर्स के साथ प्रयोगशाला प्रतिदिन लगभग 12 हजार से 15 हजार परीक्षण करने में सक्षम है।