मारीअम्माल के उसी इलाके में बसे राममूर्ति के साथ विवाहेतर संबंध बन गए। इसकी भनक लगते ही षणमुगम ने दोनों को चेताया। मारीअम्माल और राममूर्ति ने इस तरह के किसी भी संबंध से इनकार किया। लेकिन दोनों ही बेफिक्र होकर पहले की तरह रहने लगे। राममूर्ति की कॉलोनी में अच्छी छवि थी इसलिए उस पर किसी को भी संदेह नहीं था।
सूत्रों के अनुसार रविवार अलसुबह षणमुगम ने भीतर के कमरे से कुछ आवाज सुनी। वह अंदर गया और उसने राममूर्ति व पत्नी को आपत्तिजनक अवस्था में देखा। आपा खोए षणमुगम ने फरसे से राममूर्ति का सिर कलम कर दिया। लेकिन उसका गुस्सा ठंडा नहीं हुआ और उसी हथियार से पत्नी की भी काटकर हत्या कर दी।
दोनों के अनैतिक रिश्तों के सिलसिले को रक्तरंजित करने के बाद षणमुगम पशुवंदनै पुलिस थाने गया और समर्पण कर दिया। उसने पुलिस को पूरी कहानी सुनाई। उसका इकबालिया बयान दर्ज करने के बाद पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची और दोनों शवों को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। षणमुगम की गिरफ्तारी दिखा दी गई है और आगे की कार्रवाई जारी है।