जैन स्थानक में विराजित कपिल मुनि ने मंगलवार को आयोजित समझें जीवन के मर्म को विषय पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन की धन्यता और सार्थकता इसी में है कि हमारे विचार और व्यवहार में उत्तरोत्तर शुद्धता, उच्चता और उदारता की अभिव्यक्ति हो।
चेन्नई•Mar 13, 2019 / 04:18 pm•
Ritesh Ranjan