पोंगल के बाद बैलों व सांडों को नियंत्रित करने का यह खेल परवान चढऩे लगा है। जिला स्तर पर इसकी तैयारियों के तहत खिलाडिय़ों का पंजीयन शुरू कर दिया गया है। लेकिन उन्हीं खिलाडिय़ों को पराक्रम दिखाने का मौका मिलेगा जिनके पास आधार नम्बर है। अवनियापुरम में जल्लीकट्टू में रुचि रखने वाले प्रत्याशियों से आधार नम्बर मांगा जा रहा है। इससे खिलाडिय़ों में निराशा है।
पोंगल के बाद होने वाले जल्लीकट्टू को लेकर हालांकि यहां खासा उत्साह दिखाई दिया। ग्राम सेवक कार्यालय में पंजीयन को लेकर व्यापक व्यवस्था की गई थी। अलसुबह से ही बैल मालिकों के अलावा खिलाडिय़ों की लम्बी कतार लगना शुरू हो गई।
पंजीयन के लिए आधार के अलावा निवास प्रमाण पत्र और दो पासपोर्ट साइज की फोटो मांगी गई है। औपचारिकताएं पूरी करने के बाद खिलाडिय़ों को पहचान पत्र जारी किया जाएगा। बीस से चालीस वर्ष के खिलाडिय़ों को ही इसमें खेलने की अनुमति है।
बहरहाल, आधार कार्ड की अनिवार्यता से खिलाडिय़ों में निराशा थी। बेंगलूरु से आए एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का कहना था कि आधार कार्ड क्यों अनिवार्य किया जा रहा है, यह समझ के बाहर है। सुबह से घंटों तक कतार में खड़े होने के बाद आखिर में आधार कार्ड मांगा गया जबकि वे अवनियापुरम के अलावा अलंगानल्लूर और पालमेडु में भी होने वाले जल्लीकट्टू में पंजीयन कराने वाले हैं। वहां आधार कार्ड नहीं मांगा गया है तो यहां यह परेशानी क्यों खड़ी की जा रही है। एक अन्य खिलाड़ी ने पंजीयन स्थल पर समस्त सुविधा होने की बात कही लेकिन आधार कार्ड मांगे जाने पर हैरानी जताई।
सीएम व डिप्टी सीएम होंगे शामिल
अलंगानल्लूर में तमिलों के परम्परागत खेल जल्लीकट्टू का उद्घाटन करने १६ जनवरी को मुख्यमंत्री ई. के. पलनीस्वामी जाएंगे। उनके साथ उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम और अन्य मंत्रीगण होंगे। पिछले साल आंदोलन की वजह से तत्कालीन मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम को बैरंग लौटना पड़ा था। आगामी चौदह को अवनियापुरम, १५ को पालमेडु और १६ को अलंगानल्लूर में जल्लीकट्टू का आयोजन होगा। अलंगानल्लूर में ६०० से ज्यादा बैलों व सांडों के अलावा खिलाडिय़ों को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।