आमतौर पर रात को गुलजार रहने वाले इन शहरों में सन्नाटा पसरा नजर आया। हालांकि, चेन्नई में सडक़ों पर लोग निकले लेकिन पहले दिन कोई चालान नहीं किया गया। लोगों को समझाकर जबरन वापस घर भेजा गया। दस बजे से ही बंदी के लिए कारोबार समेटा जाने लगा। अधिकतर इलाकों में 9 बजे तक दुकानों के शटर गिर चुके थे।
वहीं, नौ बजे से पहले ही प्रमुख चौराहों से लेकर बाजारों तक पुलिस टीमें मुस्तैद हो गई। पुलिस की गाडिय़ों से अनाउंसमेंट कर लोगों को रात्रि कफ्र्यू की सूचना देकर घर जाने की अपील करने के साथ ही बेवजह घूमने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
विदित हो कि रविवार को मुख्यमंत्री पलनीस्वामी ने कोरोना महामारी को रोकने के लिए बड़े प्रतिबंधों की घोषणा की थी, जो मंगलवार से लागू हो गए हैं। चेन्नई का मरीना बीच, अडयार, टी नगर, पांडि बाजार, तिरुवान्म्यूर समेत अन्य इलाके रात 10 बजे के बाद वीरान हो गए। कफ्र्यू के नियमों का पालन करवाने के लिए पूरे चेन्नई में 2 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई।
नाइट कफ्र्यू लगने के बाद चेन्नई में पुलिस के अलग-अलग इलाकों में सघन चैकिंग अभियान चलाया, ताकि बिना वजह के घूम रहे लोगों को रोका जा सके। चेन्नई में निगरानी के लिए 200 चैकपोस्ट
कफ्र्यू के दौरान सभी नियमों का पालन करने के लिए महानगर में 200 चैकपोस्ट बनाए गए हंै। नियमों की अनदेखी करने व मास्क न लगाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
कफ्र्यू के दौरान सभी नियमों का पालन करने के लिए महानगर में 200 चैकपोस्ट बनाए गए हंै। नियमों की अनदेखी करने व मास्क न लगाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
निगरानी व कार्रवाई के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। पुलिस आयुक्त महेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि सिर्फ आकस्मिक जरूरत पर ही लोगों को छूट दी जाएगी। मंगलवार से जो भी बिना मास्क दिखेगा उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। किसी भी तरह का आयोजन नहीं होगा।
फ्लाइट, ट्रेन व सड़क यातायात सामान्य
नई गाइडलाइन के पहले दिन फ्लाइट, ट्रेन व सड़क यातायात सामान्य है। हां, उनका परिचालन शारीरिक दूरी के पालन, सेनिटाइजेशन व मास्क पहनने पर एंट्री की शर्तों के साथ किया जा रहा है।
बसों, ट्रेनों व फ्लाइट से आने वाले यात्रियों की संक्रमण जांच की जा रही है। कोरोना संक्रमण को रोकने पर किए जाने वाले उपायों पर चर्चा के लिए गुरुवार को सरकार के पांच मंत्रियों की एक बैठक मंगलगिरी में होगी।
कोरोना नियंत्रण के लिए उठाए जाने वाले कदमों की समय-समय पर कमान नियंत्रण द्वारा निगरानी की जाती है।