राजस्थान के लोगों ने समर्पण व मेहनत से बिजनेस को उंचाइयां दी है। खास बात यह है कि राजस्थान से हजारों किमी दूर रहकर भी वे अपनी जड़ों से व संस्कृति से जुड़े हुए हैं। जहां-जहां प्रवासी राजस्थानी बसे, वहां आर्थिक तंत्र को मजबूती प्रदान की और बहुत कम समय में अपना स्थान बना लिया। राजस्थानी समाज के लोगों का राज्य के विकास में अहम योगदान रहा है। प्रवासी राजस्थानी अपनी मातृभूमि के लिए भी सदैव तत्पर रहते हैं। समय-समय पर विभिन्न सुविधाओं के लिए सहयोग देते रहे हैं। प्रवासी राजस्थानी व्यावसायिक कौशल के साथ ही साहसी एवं निष्ठावान है। वे आज भी संस्कृति व सभ्यता को सर्वोपरि मानते हैं और उसी अनुरूप आचरण करते हैं।