बच्चों के गणित ज्ञान में विशाल संख्याओं को जोडऩे- घटाने की क्षमता ने तालिया बटोरी। ज्योतिष के माध्यम से राशि, ग्रह, नक्षत्र, चरण और 500 वर्षो के भूत-भविष्य के किस दिन कौनसा वार था ऐसे प्रश्नों के उत्तर दिए। धार्मिक अभ्यास की प्रस्तुति में विद्यार्थियों ने सूत्रों का स्पष्ट उच्चारण, 45 आगमों के नाम, शत्रुंजय के 108 नामों का पाठ किया। शारीरिक खेल में योगासन, कराटे, सिलम्बम, जिम्नास्टिक और पोल मलखंब में विद्यार्थियों के करतबों ने मन्त्रमुग्ध कर दिया।
मुख्य अतिथि गिरीश शाह ने बताया की जिस तरह जैन आबादी वाले हर क्षेत्र में मंदिर, उपाश्रय, भोजनशाला, आयम्बिलशाला है उसी तरह हर क्षेत्र में गुरुकुलम की भी स्थापना होनी चाहिए। तमिलनाडु अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य सुधीर लोढ़ा ने बताया की गुरुकुलम शिक्षा पद्धति में पढऩे से छात्रों में लॉजिकल थिंकिंग और आत्म निर्भरता बढ़ेगी। मुम्बई गुरुकुलम से आए मेहुल ने कहा यहां से निकला बालक आत्मविश्वास से परिपूर्ण और सही निर्णय लेने वाला बनेगा।
आचार्य ने कहा समाज को इस गुरुकुलम पद्धति का महत्व समझकर, संपति एवं संतति दोनों को इस मार्ग पर लगाना होगा। संचालन मनोज राठोड़ ने किया।