अस्पताल के पुलिस ने बताया कि कोरात्तूर निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग में कोरोना के लक्षण दिखने के बाद उनका सैंपल लेकर टेस्ट कराया गया। रिपोर्ट में उनका कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। उसके बाद उन्हें 13 जून को राजीव गांधी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 15 जून को वे अस्पताल से भाग गए। डॉक्टरों ने उनकी तलाश की लेकिन अस्पताल में कहीं नहीं मिले जिसके बाद अस्पताल से जुड़ी पुलिस में शिकायत की। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने उन्हें ढुंढने की कोशिश की लेकिन उनका पता नहीं लग सका। शुक्रवार शाम को उनका शव ट्रिप्लीकेन के स्वामी शिवानंदा सालै पर कूवम नदी में मिला। मृतक की पहचान 65 वर्षीय बुजुर्ग के तौर पर हुई है जो अस्पताल से भाग गए थे।
घटना के बाद अफसरों ने साध ली चुप्पी
कोरोना संक्रमित के भाग जाने की बात सामने आते ही अस्पताल के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। कोई भी सवालों का सामना करने के लिए आगे नहीं आ रहा है। बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद बुजुर्ग मानसिक अवसाद का शिकार हो गए और डॉक्टर और नर्सो से बचकर अस्पताल से भाग गए।