scriptस्टरलाइट संयंत्र पर उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर मिली-जुली प्रतिक्रिया | Mixed reaction on Supreme Court Instructions on Sterlite | Patrika News

स्टरलाइट संयंत्र पर उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर मिली-जुली प्रतिक्रिया

locationचेन्नईPublished: Feb 20, 2019 05:37:11 pm

Submitted by:

Santosh Tiwari

सुप्रीम कोर्ट ने स्टरलाइट संयंत्र को फिर से खोलने की मंजूरी देने से किया था इनकार

स्टरलाइट संयंत्र पर उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर मिली-जुली प्रतिक्रिया

स्टरलाइट संयंत्र पर उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर मिली-जुली प्रतिक्रिया

चेन्नई. सर्वोच्च न्यायालय से तुत्तुकुड़ी स्थित स्टरलाइट संयंत्र को फिर से खोलने की मंजूरी नहीं मिलने पर समर्थक एवं विपक्षी गुट की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई है। इस फैसले के बाद संयंत्र का विरोध करने वालों ने जमकर पटाखे फोड़े तथा मिठाइयां बाटीं। शीर्ष न्यायालय के फैसले से उत्साहित तुत्तुकुड़ी के पर्यावरण कार्यकर्ता एम. कृष्णमूर्ति ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि हालांकि यह अंतिम फैसला नहीं है इसके बावजूद यहां के लोग काफी खुश हैं तथा इसे जीत के पहले चरण के तौर पर देखते हैं।

उन्होंने इस जीत को जनता की जीत बताते हुए कहा इस विजय पर नेताओं अथवा सरकार को कोई दावा नहीं करना चाहिए। उन्होंने बताया कि उन्होंने जिला कलक्टर संदीप नंदूरी से संपर्क कर बंद के दौरान प्रशासन की भूमिका के लिए उन्हें धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि स्टरलाइट के नाम पर जिला प्रशासन द्वारा किसी कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व का काम नहीं किया जाना चाहिए तथा प्लांट के भीतर भी रखरखाव के काम की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

इस निर्णय पर प्रतिक्रिया देते हुए तुत्तुकुड़ी निवासी एडमुंड तेन्नवन ने कहा कि यह फैसला 22 सालों के लंबे संघर्ष का फल है। उन्होंने कहा कि यह केवल तुत्तुकुड़ी या तमिलनाडु के लोगों की ही नहीं बल्कि दुनिया भर के तमिल लोगों की जीत है। इसके विपरीत इस निर्णय पर टिप्पणी करते हुए तुत्तुकुड़ी स्टीवेडोर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष टी. वेलशंकर ने कहा कि इस फैसले से यहां के निवेशकों को गलत संकेत मिला है।

इसके चलते हुए कच्चे माल की कमी के कारण इस पर आधारित कई संयंत्र एवं उद्योग काफी हद तक प्रभावित हुए हैं। तुत्तुकुड़ी लॉरी मालिक एसोसिएशन के संयुक्त संचिव एस. मुरुगन ने कहा कि इस फैसले से स्टरलाइट पर निर्भर लॉजिस्टिक उद्योग को भी काफी झटका लगा है। इससे लगभग 10 हजार परिवारों की आजीविका प्रभावित हुई है। इस बीच एमडीएमके महासचिव वाइको ने मुगिलन के बारे में आशंका जताते हुए कहा कि या तो पुलिस ने उसका फर्जी इनकाउंटर कर दिया है या अवैध रूप से हिरासत में ले लिया है। मुगिलन के साथ कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदारी स्टरलाइट प्रबंधन एवं पुलिस की होगी।

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