मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि श्रीलंकाई नौसेना अंतरराष्ट्रीय कानून को नहीं मान रहा। उन्होंने तमिलनाडु के मछुआरों को निशाना बनाए जाने पर श्रीलंका की निंदा की और कहा, ‘इस तरह के मामलों पर हम शांत नहीं रह सकते और इसका जल्द से जल्द समाधान जरूरी है।
ज्ञातव्य है कि बीते सोमवार को ही अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पास कोडियाकरै तट के दक्षिण-पूर्व समुद्री इलाके में तमिलनाडु के कुछ मछुआरे मछली पकड़ रहे थे, तभी वहां गश्त लगा रहे श्रीलंकाई नौसेना ने कथित तौर पर मछुआरों पर गोलियां चलाई।
मछली पकडऩे गए दीपनराज नामक मछुआरे ने इस घटना के बारे में बताते हुए कहा कि श्रीलंकाई नौसेना के जवानों ने क्षेत्र में कई नौकाओं पर हमला करना शुरू कर दिया। पहले उन्होंने पत्थर फेंके और फिर गोलियां चलाई। एक गोली हमारी नाव की ओर आई और एक हिस्से को छेदती हुई कलाइसेलवन नामक मछुआरे को लगी, और वह बेहोश होकर गिर पड़ा। इसके बाद हमने तुरंत अपने नाव को तट की ओर वापस मोड़ दिया। मछुआरे ने इस बात पर जोर देते हुए बताया कि जिस वक्त हमला हुआ था ये सभी भारतीय सीमा में थे।