वेलूर. कलयुगी बेटों की खबरें तो आपने खूब सुनी होंगी मगर मां अपने बेटे को चंद रुपयों के लिए बेच दे ऐसा कम ही सुना होगा। जी हां…! वेलूर मे वानियम्बाड़ी के इंदिरा नगर की 29 वीर्षीय सत्या ने अपने एक साल वर्षीय पुत्रको एक लाख में बेच दिया और किसी को कानों कान खबर तक नहीं हुई। अस्पताल में भर्ती मुरुगन जब घर लौटा तो बेटे को न पाकर पत्नी से पूछा तो सत्या ने उसके गुम हो जाने की बात कही मगर मुरुगन को बात हजम नहीं हुई। करीब दस दिनों तक वह बच्चे को इधर उधर खोजता रहा। अंत में थक हारकर पुलिस में पुलिस थाने में बच्चे के गुम होने का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर तत्काल कदम उठाते हुए सत्या से कड़ी पूछताछ की तो उसने सब कुछ उगल दिया। सत्या ने पुत्र को बेंगलूरु के जयनगर निवासी रहमत को एक लाख रुपए में बेचने की बात स्वीकार की। इसके बाद पुलिस निरीक्षक मंगैअरसी के नेतृत्व में पुलिस दल बुधवार तड़के बेंगलूरु पहुंचा और वहां से रहमत (35) व उसकी पत्नी शकीला (28) को गिरफ्तार कर बच्चे को लेकर आया। पुलिस ने बच्चे को बेचने में सत्या का सहयोग करने वाली उसकी बड़ी बहन गीता एवं ब्रोकर कविता को भी गिरफ्तार कर लिया।
क्या है सत्या और मुरुगन की कहानी
मुरुगन और सत्या दोनों पेशे से दिहाड़ी मिजदूर हैं। इन दोनों का एक वर्षीय पुत्र है। मुरुगन टीबी का मरीज है और धर्मपुरी के राजकीय अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। मुरुगन गत माह इलाज के लिए धर्मपुरी अस्पताल में भर्ती हुआ। अस्पताल से इलाज के बाद घर लौटा तो पुत्र को न पाकर पत्नी से पूछा। पत्नी ने पुत्र के गायब हो जाने के विषय में बताया। उसे पत्नी पर संदेह हुआ तो पुलिस को खबर की और पुलिस ने बच्चा बरामद कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सत्या के पूर्व में दो विवाह हो चुके थे। आपसी मतभेद के कारण पतियों से अलग अकेले ही रह रही थी। तभी उसी इलाके के मुरुगन से उसका संबंध हुआ और दोनों ने विवाह कर लिया था।