script

चुनाव में गर्मा सकता है श्रीलंकाई नौसेना के मछुआरों को निशाना बनाने का मुद्दा

locationचेन्नईPublished: Mar 02, 2021 04:14:32 pm

चुनाव में गर्मा सकता है श्रीलंकाई नौसेना के मछुआरों को निशाना बनाने का मुद्दा- नागपट्टिनम (एससी) लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र में तीन पर डीएमके तथा तीन पर एआईएडीएमके-कृषि रोजगार के लिए अन्य जिलों में पलायन को मजबूर- सुनामी के दौरान हुआ था सबसे अधिक प्रभावित

nagapattinam

nagapattinam

नागपट्टिनम (तमिलनाडु). मछुआरों के लिए केन्द्र ने भले ही अलग से मत्स्य मंत्रालय बना दिया हो लेकिन उसका लाभ अभी इतना मिल नही पा रहा है। मछुआरा समुदाय की इस बात को लेकर भी नाराजगी झलकती है कि श्रीलंकाई नौसेना की ओर से उन्हें बार-बार निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे में उनकी आजीविका पर सीधा असर पड़ रहा है। कृषि रोजगार से जुड़े लोगों को भी अन्य जिलों में रोजगार के लिए जाना पड़ रहा है। सिंचाई के लिए सुविधाओं की कमी खलती है। इलाके के लोग चक्रवात के दौरान भेदभाव का आरोप भी लगाते हैं। नागपट्टिनम लोकसभा क्षेत्र के अधीन आने वाली छह विधानसभा क्षेत्र में कमोबेश यह समस्याएं आम हैं।
…………………………………
दो मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
नागपट्टिनम लोकसभा क्षेत्र (अनुसूचित जाति) के तहत आने वाले छह विधानसभा क्षेत्र में से डीएमके एवं एआईएडीएमके तीन-तीन सीटों पर काबिज है। खास बात यह है कि तीन एआईएडीएमके विधायकों में से दो अभी मंत्री है। ऐसे में दोनों मंत्रियों ओ.एस. मणियन व आर. कामराज की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। वैसे इलाके में डीएमके एवं वामदलों की मजबूत उपस्थिति रही है। हालांकि एआईएडीएमके भी पूरा जोर लगाएगी। लेकिन एआईएडीएमके के पास पिछले बार जैसे हालात नहीं है। उसे अधिक चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मय्यम एवं टीटीवी दिनकरण की पार्टी एएमएमके भी इस बार उम्मीदवार उतारेगी। ऐसे में इस बार मुकाबला काफी रोचक हो सकता है।
…………………………………
देश के श्रेष्ठ बंदरगाहों में से एक
वर्ष 2004 के अंत में आई सुनामी लहरों के कहर से बंगाल की खाड़ी पर स्थित यह तटवर्ती ज़िला सबसे अधिक प्रभावित हुआ था। इस स्थान का नाम दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला शब्द है नगर जिसका प्रयोग श्रीलंका के लोगों का उल्लेख करने के लिए किया जाता है और दूसरा है पट्टिनम जिसका अर्थ है नगर। इतिहास में इस नगर को कई नामों से जाना जाता है। जब यहाँ चोल राजाओं का राज्य था तब इसे चोलाकुला वल्लिपट्टीनम कहा जाता था। टॉलेमी ने इस स्थान को निकम कहा। पोर्तुगीज़ इसे कोरोमंडल का शहर कहते थे। नागपट्टिनम और इसके आसपास के पर्यटन स्थल नागपट्टिनम अपने समृद्ध इतिहास संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। नागपट्टिनम अपने बंदरगाहों के लिए भी प्रसिद्ध है जिनमें से कुछ देश के सबसे उत्तम बंदरगाहों में से एक हैं। यह नगर कई तीर्थयात्रियों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है जो यहाँ पर स्थित मंदिरों में प्रार्थना करने आते हैं। सौंदराराजा पेरूमल मंदिर, नेल्लुकड़ाई मरिअम्मन मंदिर, कायरोहनास्वामी मंदिर, अरुमुगास्वामी मंदिर इस क्षेत्र के कुछ प्रसिद्ध मंदिर हैं। वेदअरण्यम में प्रसिद्ध वेदअरण्येश्वर मंदिर है। मंदिरों के अलावा यहाँ सोलहवीं शताब्दी में निर्मित एक प्राचीन नागौर दरगाह भी है। नागपट्टिनम वेलंकन्नी के भी काफ़ी नज़दीक है जो बासिलिका ऑफ़ आवर लेडी ऑफ़ गुड हेल्थ चर्च के लिए प्रसिद्ध है। यह नगर कई धर्मों की एकता का प्रतीक है। यहाँ मुख्यत: चार धर्मों हिंदू, मुस्लिम, ईसाई और बौद्ध धर्मों के लोग रहते हैं।
…………………………..
प्रमुख व्यापारिक व वाणिज्यिक केन्द्र रहा
इस स्थान का औपनिवेशिक इतिहास सोलहवीं शताब्दी से प्रारंभ होता है जब पुर्तगालियों ने इस क्षेत्र में व्यापारिक और वाणिज्यिक केंद्र स्थापित किया। उन्होंने यहाँ मिशनरी उद्यम की स्थापना करने की योजना के साथ भी काम किया। इसके बाद सत्रहवीं शताब्दी के मध्य में यहाँ की सत्ता एक समझौते के तहत तंजावुर के राजा द्वारा डच लोगों को सौंप दी गई। डच लोगों ने इस क्षेत्र में कई चर्चों और अस्पतालों का निर्माण किया। 1690 में यह डच कोरोमंडल की राजधानी था। डच आक्रमणों के अवशेष आज भी यहाँ देखे जा सकते हैं और डच किला इसकी गवाही देता है। वर्ष 1781 में अंग्रेजों ने नागपट्टिनम को अपने स्वाधीन कर लिया। अंग्रेजों के शासन के दौरान यह मद्रास प्रेसिडेंसी का हिस्सा था और इस क्षेत्र के मुख्य बंदरगाहों में से एक था।
………………….………………………
प्रमुख समस्याएंः
-सिंचाई के लिए पानी की कमी
– श्रीलंकाई नौसेना की मछुआरों पर ज्यादती
– चक्रवात प्रभावित परिवारों को राहत वितरण में भेदभाव का आरोप
– कृषि मजदूरों को आजीविका के लिए अन्य शहरों की ओर पलायन
…………………………………..
नागपट्टिनम लोकसभा क्षेत्र में आने वाले छह विधानसभा क्षेत्र व मौजूदा विधायक
नागपट्टिनम- एम. तमियम अंसारी (एआईएडीएमके)
किलवेलूर (एससी)- एम. मत्तिवणन (डीएमके)
वेलारनयम -ओ.एस. मनियम (एआईएडीएमके)
तिरुतुरैपोण्डी (एससी) -पी. अदलरसन(डीएमके)
तिरुवरुर -पोण्डी के. कलिवणम (डीएमके)
नन्निलम -आर. कामराज (एआईएमडीएमके)
……………………

ट्रेंडिंग वीडियो