चेन्नई

बुनियादी सुविधाओं के अभाव में यात्रियों को मुंह चिढ़ाता वेलूर का नया बस स्टैंड

शिक्षा एवं चिकित्सा सेवाओं को लेकर तमिलनाडु का वेलूर जिला किसी परिचय का मोहताज नहीं है।

चेन्नईDec 31, 2018 / 01:47 pm

Santosh Tiwari

बुनियादी सुविधाओं के अभाव में यात्रियों को मुंह चिढ़ाता वेलूर का नया बस स्टैंड

वेलूर. शिक्षा एवं चिकित्सा सेवाओं को लेकर तमिलनाडु का वेलूर जिला किसी परिचय का मोहताज नहीं है। यहां के सीएमसी और वीआईटी आज देश के साथ-साथ पूरी दुनिया में अपना परचम लहरा रहे हैं। इसके अलावा यहां के ऐतिहासिक किले एवं श्री लक्ष्मी नारायणी स्वर्ण मंदिर जैसे दर्शनीय पर्यटक स्थल देशी एवं विदेशी पर्यटकों को अनायास ही अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं। हालांकि इतना कुछ होने के बावजूद यहां सडक़ और सीवर जैसी बुनियादी सुविधाओं का आभाव है। सैलानियों का पसंदीदा पर्यटक स्थल होने के बावजूद यहां का नया बस अड्डा अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। बस अड्डे की क्षतिग्रस्त सडक़ों और कंक्रीट के टूटे ढक्कनों से ढके सीवरों को देखने से ऐसा लगता है मानो वहां से गुजरने वालों को मुंह चिढ़ा रहे हों। इसके अलावा जगह-जगह पसरा कचरा और इसपर मंडराते आवारा जानवर भी आने-जाने वालों के लिए बड़ा सरदर्द बने रहते हैं। इतना ही नहीं कई बार लोग यात्रियों के बैठने की जगह पर अवैध रूप से अपनी दोपहिया गाड़ी भी खड़ी कर देते हैं। यहां घूमते आवारा पशुओं के कारण कई बार यह बस अड्डा कम और जानवरों का पार्क अधिक नजर आता है।
– दुर्घटना को निमंत्रण देती जर्जर सडक़ें
आवागमन का प्रमुख केंद्र होने के बादजूद वेलूर के नए बस स्टैंड की सडक़ें जर्जर हैं। बरसात के दौरान सडक़ों पर पानी भर जाने के कारण यात्रियों का पैर तक रखना मुश्किल हो जाता है।
– पेयजल की भी परेशानी
पानी का भी यहां पर बुरा हाल है। पेयजल का आभाव होने के कारण यात्रियों को परिसर में स्थित दुकानों से महंगी दर पर पानी की बोतल खरीदनी पड़ती है। खाद्य वस्तुओं का भी यही हाल है। बाहर से आए यात्रियों से यहां के दुकानदार मनमानी कीमत वसूल करते हैं।
– बीमारी का घर हैं शौचालय
इस नए बस स्टैंड पर सशुल्क शौचालय बना हुआ है लेकिन उसकी हालत आ बैल मुझे मार जैसी है। दरअसल शुल्क लेने के बावजूद शौचालय में सफाई नाम की कोई चीज नहीं है। 4 रुपए देने के बाद इस बदबूदार शौचालय में शौच करने गए व्यक्ति को कई बार दुर्गंध के कारण उल्टियां तक आने लगती है। बस स्टैंड पर जगह-जगह मक्खियां भिनभिनाती रहती हैं।
फुटपाथों पर दुकानदारों का अतिक्रमण
वेलूर का नया बस अड्डा भले ही बसों के ठहराव एवं बस यात्रियों की सुविधा के लिए बना हो लेकिन कई दुकानदारों ने यहां अवैध रूप से कब्जा जमा रखा है। दुकानदारों के अवैध अतिक्रमण के कारण यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक जाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस अवैध अतिक्रमण के कारण कई बार बस पकडऩे के लिए यात्रियों को फुटपाथ छोडक़र सडक़ पर चलना पड़ता है जिससे कभी भी कोई जानलेवा दुर्घटना घट सकती है। हालांकि समय-समय पर निगमकर्मी इस अतिक्रमण को हटाते रहते हैं लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से वही स्थिति बहाल हो जाती है।
– सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं
यह शहर का सबसे बड़ा बस अड्डा है। यहां से कन्याकुमारी, मदुरै, चेन्नई, दिंडीगुल, कोयंबत्तूर. तिरुपति, हैदराबाद, बेंंगलूरु सहित कई जगहों के लिए बसें संचालित होती हैं। इसके कारण मध्य रात्रि तक यहां यात्रियों का जमावड़ा लगा रहता है इसके बावजूद यहां यात्रियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। हालत यह है कि न तो इसके प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर ही लगा हुआ है और ना ही वहां कोई सुरक्षाकर्मी तैनात रहता है। ऐसे में यहां हर समय चोरी आदि की आपराधिक घटना घटने की संभावना बनी रहती है।
पी.रवि (यात्री)
चेन्नई या तिरुपति जाने के लिए कई बार बस के इंतजार में यहां काफी देर तक बैठना पड़ता है लेकिन सफाई की लचर व्यवस्था के चलते यहां बैठा नहीं जाता। यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर निगम अधिकारियों को यहां की साफ-सफाई का विशेष ध्यान देना चाहिए और गंदगी फैलाने वालों तथा अवैध अतिक्रण करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
राजेश जैन -व्यवसायी
भले ही सरकार स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत अभियान को साकार करने में लगी हुई हो लेकिन यहां हर तरफ गंदगी का अंबार लगा रहता है। इसके अलावा पेयजल का भी यहां बुरा हाल है। गंदगी की अधिकता एवं पेयजल की व्यवस्था नहीं होने के कारण यात्रियों को काफी दिक्कत होती है।
कुमार-निजी बैंककर्मी
यात्रियों की सुविधा के लिए जल्द ही
नए बस अड्डे पर पेयजल समेत सभी बुनियादी सुविधाएं दुरुस्त करा दी जाएंगी। इसके अलावा गंदगी फैलाने वालों एवं अतिक्रमणकारियों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
निगम अधिकारी
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.