यह ऐसा तंत्र विकसित करेगा जो उभरते हुए स्टार्टअप को मदद करेगा ताकि वे अपने विचारों को मूर्त रूप दे सके। साथ ही विद्यार्थियों को भी प्रशिक्षित करेगा। वे तकनीकी तथा व्यावसायिक मदद करेंगे। इस साल यह केंद्र दस विद्यार्थियों को अनुदान देगा। युवा स्टार्टअप के लिए प्रतिवर्ष 30 लाख रुपए का निवेश किया जाएगा। इस राशि से इकोसिस्टम तथा इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जाएगा।
80 स्टार्टअप ने इस कोष के लिए आवेदन किया है। इनमें से चार टीम को एडवाइजरी बोर्ड की बैठक में अनुदान दिया गया। इस मौके पर वाइस चांसलर संदीप संचेती, डा.नवीन वशिष्ठ, डा.एस.बी.सरीन तथा डा.मुतमिझसेल्वन उपस्थित थे।