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चेन्नई में रेल मंत्री ने कहा- रेलवे के निजीकरण का सवाल ही नहीं, नई तकनीकों को अपनाने पर ज्यादा फोकस

locationचेन्नईPublished: May 20, 2022 06:12:38 pm

Submitted by:

PURUSHOTTAM REDDY

भारतीय रेलवे अगले साल अगस्त तक 75 वंदे भारत रेक शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है।

No question of privatisation of Railways says Rail Minister

No question of privatisation of Railways says Rail Minister

चेन्नई.

केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को कहा कि रेल के निजीकरण का कोई सवाल ही नहीं है। आईसीएफ में वंदे भारत के डिब्बों का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही संसद और संसद के बाहर सूचित कर चुका हूं, रेलवे के निजीकरण का कोई सवाल ही नहीं है।

उन्होंने कहा, हमारा ध्यान पूरी तरह से भारतीय रेलवे की बेहतरी के लिए नई तकनीकों के अनुकूलन पर है। जैसे कवच विरोधी टक्कर सुरक्षा उपकरण, जो वंदे भारत एक्सप्रेस के डिब्बों में भी लगाए जाएंगे। भारत में ट्रेनों के संचालन की गति बढ़ाने के लिए कई पहलुओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए, जैसे ट्रेन, ट्रैक, सुरक्षा और पुल।

एक बार ये सुव्यवस्थित हो जाने के बाद ट्रेनों का संचालन अधिकतम किया जाएगा। मंत्री ने ट्रेनों के सुचारू और सुरक्षित संचालन के अलावा रेल उपयोगकर्ताओं के साथ बेहतर बातचीत के लिए तमिलनाडु में काम करने वाले सभी रेलवे कर्मचारियों को तमिल भाषा सीखने की भी सिफारिश की। भारत कई खूबसूरत भाषाओं वाला देश है और हमें हर भाषा की सुंदरता का आनंद लेने की जरूरत है।

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि तमिलनाडु में चेन्नई एगमोर, कन्याकुमारी, मदुरै, रामेश्वरम, काटपाडी स्टेशनों पर पहले चरण में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पांच स्टेशनों का पुनर्विकास दो हजार करोड रुपए की लागत से किया जाएगा। विरासत से परिपूर्ण विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करते समय एगमोर स्टेशन की मौलिक छवि बनाई रखी जाएगी। भारतीय रेलवे अगले साल अगस्त तक 75 वंदे भारत रेक शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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