सोमवार को कनिमोझी ने संवाददाताओं से कहा कि जो लोग लंबे समय से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, उनको ही मौका दिया गया है न कि किसी को बाहर से लाया गया है। उन्होंने कहा किसी को टिकट देने से इनकार करने की नौबत नहीं थी क्योंकि वह व्यक्ति राजनीतिक वारिस था। वे अपने आवास पर डीएमके सहयोगी एमडीएमके के संस्थापक वाइको के साथ पत्रकारों से बात कर रही थीं। परिवार से कनिमोझी के अलावा, पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री दयानिधि मारन और पार्टी के वरिष्ठ नेता दुरै मुरुगन के बेटे डीएम कदीर आनंद को मैदान में उतारा है।
एक अन्य वरिष्ठ नेता आरकाट एन. वीरासामी के पुत्र डॉ. कलानिधि वीरासामी को चेन्नई नॉर्थ से नामित किया है। इसके अलावा डीएमके विधायक और पूर्व मंत्री के. पोन्मुडी के बेटे गौतम सिगमनी को भी संसदीय चुनाव में टिकट दिया गया है।
कनिमोझी ने बताया कि पिछले साल 21 मई को स्टरलाइट विरोधी प्रदर्शनकारियों पर पुलिस गोलीबारी, जीएसटी और विमुद्रीकरण चुनावी अभियान में उनके प्रमुख मुद्दे होंगे। वाइको ने कहा कनिमोझी लगभग एक लाख मतों के अंतर से शानदार जीत हासिल करेंगी। उन्होंने कहा वे 22 मार्च को तुत्तुकुडी से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे और डीएमके प्रमुख स्टालिन अपने दिवंगत पिता करुणानिधि के निर्वाचन क्षेत्र तिरुवारूर से चुनाव लड़ेंगे। तिरुवारूर उन 18 विधानसभा सीटों में से एक है जहां लोकसभा चुनाव के साथ ही उपचुनाव भी होना निर्धारित है।