चेन्नई. विल्लुपुरम जिले में पिछले माह एक निजी कॉलेज में छात्राओं के आत्महत्या करने के मामले में सोमवार को एक नया मोड़ आ गया। सीबीसीआईडी की (पुन: पोस्टमार्टम) मेडिकल रिपोर्ट में यह बात साफ हो गई छात्राओं ने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि उनकी हत्या की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि मृतक छात्राओं में से एक चेन्नई की मोनिशा के फेफड़ों में पानी नहीं पाया गया जो साफ करता है कि उसकी मौत पानी में डूबने की वजह से नहीं हुई।
गौरतलब है कि पिछले माह 23 जनवरी को एसवीएस योगा एंड नेचुरोपैथी मेडिकल कॉलेज की छात्रा प्रियंका, सरन्या और मोनिशा ने कॉलेज प्रबंधन द्वारा दुव्र्यवहार व बढ़ी फीस के भुगतान को लेकर दवाब बनाने के कारण कॉलेज परिसर के बाहर कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
पीडि़त छात्राओं के परिवार का आरोप है कि कॉलेज में मूलभूत सुविधाओं की कमी के बावजूद कॉलेज प्रशासन छात्राओं पर फीस के लिए लगातार दवाब बनाता रहता था। घटना के बाद कॉलेज के अध्यक्ष सुब्रमनियम, चेयरमैन वासुकी, वासुकी का बेटा, कॉलेज पिं्रसिपल कलानिधि और वेंकटेशन के खिलाफ चिन्नासेलम पुलिस ने शिकायत दर्ज कराई थी। मृतक छात्रा मोनिशा के पिता की शिकायत थी कि उनकी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती।
जिसके बाद हाईकोर्ट ने मोनिशा के शव की पुन: पोस्टमार्टम की इजाजत दी। जिसके बाद रिपोर्ट में यह साफ हो गया है कि छात्राओं ने आत्महत्या नहीं बल्कि उनकी हत्या की गई थी। मामले में नया मोड़ आने के बाद सीबीसीआईडी ने जांच-पड़ताल तेज कर दी है।