प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र Regional meteorological center के निदेशक पूवीअरसन ने पत्रकारों को बताया कि तमिलनाडु के कई हिस्सों में अगले चौबीस घंटे में बारिश rain होगी। हवा के बाह्य दबाव की वजह से जो तंत्र विकसित हुआ है उससे बारिश होने की संभावना है।दूसरी ओर अरब सागर में हवा के निम्न दबाव का नया क्षेत्र विकसित हुआ है। इस वजह से चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, विल्लुपुरम, कडलूर, तुत्तुकुड़ी, नीलगिरि और तिरुनेलवेली जिलों में भारी बरसात हो सकती है।
मौसम विभाग ने मालदीव और लक्षद्वीप व केरल के तटीय क्षेत्रों के मछुआरों को सतर्क किया है कि वे समंदर में न उतरें। पिछले चौबीस घंटे में तमिलनाडु के एटयपुरम में सर्वाधिक १४ सेमी और चेन्नई के मीनम्बाक्कम में ५ व नुंगम्बाक्कम में ३ सेमी बरसात दर्जकी गई जबकि तिरुवारूर में ९ सेमी बारिश हुई।
तमिलनाडु सहित दक्षिणी राज्यों में मानसून की बरसात बुधवार को शुरू होने के साथ ही इन राज्यों में ऑरेंज अलर्ट की घोषणा कर दी गई। इन राज्यों में चेन्नई के अलावा केरल भी शामिल है। मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट इशारा है कि जनता और खराब मौसम के लिए तैयार हो जाएं। अगर मौसम इस तरह की करवट ले जिसका असर जनजीवन पर पड़ सकता है, तब यह अलर्ट जारी किया जाता है।
वर्षामापी यंत्रों के खस्ताहाल
तमिलनाडु में मौसम विभाग के ५१ केंद्र हैं। इन केंद्रों के वर्षामापी यंत्र अनुरक्षण के अभाव में खराब पड़े हैं। विभाग का कहना हैकि इनको सही किया जा रहा हैजबकि मानसून दस्तक दे चुका है।