डॉक्टरों ने उनके सिर में टांके लगा दिए, लेकिन इसके बाद भी उनका खून बहना बंद नहीं हुआ और सिर में तेज दर्द होता रहा। इसके चलते कार्तिकेयन के परिजनों ने उन्हें वहां डिस्चार्ज कराकर वेलूर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां उसके सिर का स्कैन करने वाले डॉक्टरों ने चौंकाने वाली जानकारी दी। डॉक्टर स्कैन देखकर हैरान रह गए, क्योंकि उसके सिर में लोहे का एक नट दिखाई दिया। डॉक्टरों ने फौरन ही उनका ऑपरेशन किया और सिर से नट को निकाल दिया गया।
खून बहता रहा
मामले के बारे में कार्तिकेयन के रिश्तेदारों ने कहा कि हादसे की जानकारी मिलने के बाद हम सुबह करीब 8 बजे अस्पताल गए। तब तक उसे प्राथमिक उपचार नहीं दिया गया था। जब हमने वहां के सरकारी अस्पताल की नर्सों से पूछा तो उन्होंने कहा कि वह ठीक हैं और खुद को होश में हैं, जिससे वह नाराज हो गए। उसके बाद उनका स्कैन हुआ और जब हमने हंगामा किया, तो तुरंत उनके सिर पर टांके लगाकर नॉर्मल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन टांके लगाने वाली जगह से खून बहता रहा था।
नट छोडकऱ ही टांके लगा दिए
परिजन ने कहा कि हमारे पास निजी अस्पताल जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था, लेकिन जब हम वहां गए और स्कैन कराया तो हमें बताया गया कि उनके सिर में एक नट है। डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर उस नट को निकाल दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि सरकारी डॉक्टर बेपरवाह हैं और सिर में नट छोडकऱ ही टांके लगा दिए। इस बारे में वेलूर सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डीन डॉ पापपति से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी तक इससे संबंधित कोई शिकायत मेरे पास नहीं आई है। मैं घटना की जानकारी लूंगा और जवाब दूंगा।