हिरासत में चल रहे सभी नेताओं को तत्काल रिहा किया जाए : स्टालिन
इससे पहले डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने सोमवार को कहा कि वह नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला की वह तस्वीर देखकर बेहद व्यथित हैं जिसमें वह बढ़ी हुई दाढ़ी में नजर आ रहे हैं। साथ ही स्टालिन ने मांग की कि केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर में हिरासत में चल रहे सभी नेताओं को तत्काल रिहा करे। स्टालिन ने उनकी रिहाई की मांग करते हुए ट्वीट किया, उमर अब्दुल्ला की यह तस्वीर देखकर बेहद व्यथित हूं। उन्होंने ट्वीट के साथ कश्मीरी नेता की तीन तस्वीरें भी टैग की। उन्होंने कहा, फारुख अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और अन्य कश्मीरी नेताओं के लिए समान रूप से चिंतित हूं जो बिना मुकदमे या तय प्रक्रिया के पालन के हिरासत में हैं। केंद्र सरकार को तत्काल सभी राजनीतिक बंदियों को बरी करना चाहिए और घाटी में सामान्य हालात बहाल करने चाहिए।
इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने उमर अब्दुल्ला की तस्वीर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं इस तस्वीर में उमर अब्दुल्ला को नहीं पहचान सकी। मैं उदास महसूस कर रही हूं। दुर्भाग्य की बात है कि यह हमारे लोकतांत्रिक देश में हो रहा है। यह कब खत्म होगा?
कांग्रेस प्रवक्ता सलमान सोज ने प्रतिक्रिया में कहा कि उमर अब्दुल्ला की लीक फोटो देखने के बाद कुछ लोग कह रहे हैं कि नेकां नेता को ट्विटर पर वापसी करनी चाहिए। सरकार ने उन्हें (और अन्य को) अवैध रूप से हिरासत में लिया है और इसमें न्यायपालिका ने साथ दिया और अधिकांश मीडिया ने कोई सवाल नहीं किया। आप इसमें शामिल हैं।
उधर, शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह कितना बुरा है कि हम जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला की मुस्कुराती तस्वीर को देखकर खुशी महसूस कर रहे हैं। सही मायने में ख़ुशी का पल तब होगा जब वह और अन्य सक्रिय हों, नजरबंदी नहीं हों, उनके ट्वीट पढ़ें। तब तक यही तस्वीर उम्मीद है।
गौरतलब है कि पांच अगस्त, 2019 को संसद द्वारा अनुच्छेद 370 को रद्द करने और जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने के बाद से ही तीन पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती नजरबंद हैं। फारूक अब्दुल्ला को श्रीनगर में उनके गुप्ता रोड स्थित आवास पर रखा गया है। पहले ऐसी खबरें थीं कि प्रशासन द्वारा हरि निवास में नजरबंद किए गए उमर को गुप्ता रोड पर एक घर में ले जाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भी एम. ए. रोड पर एक सरकारी भवन में रखा गया है।