READ MORE : शनिधाम ने फिर की समाजसेवा की पहल कॉमवेल्थ में इन मुद्दों पर भी होगी चर्चा -धार्मिक स्वतंत्रता और विश्वास को बढ़ावा देने में कॉमनवेल्थ की भूमिका। -महिला उत्पीडऩ के मामलों पर अंकुश लगाना। सोशल मीडिया और इंटरनेट पर बढ़ती हिंसक सामग्री को रोकने के उपाय।
READ MORE ; दिनभर बैंक-एटीएम में लाइन, शाम को अफवाह से बाजार में पसरा सन्नाटा -संसद और विधानमण्डलों द्वारा सतत विकास के लिए नीतियां बनाना। -मौसमी बदलाव और उसकी चुनौतियों करने में कॉमनवेल्थ की भूमिका।
-युवाओं में बढ़ती कट्टरता और उसका सामना करने के उपाय। -आमजन में जागरूकता बढ़ाने में मीडिया की भूमिका।
READ MORE – हम बेटियों के साथ : कार्यशाला में बोले वक़्ता, ओस की एक बूंद सी होती हैं बेटियां एेसी है कॉमनवेल्थ कॉन्फ्रेंस -ब्रिटिश सरकार के अधीन रहे देशों का एक समूह। -आस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत, न्यूजीलैण्ड और दक्षिण अफ्रिका जैसे देश शामिल। -1911 में राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ नाम से स्थापना।
-वर्तमान में 50 से अधिक संसद और विधानमण्डलों का सक्रिय जुड़ाव। -1948 में कॉमनवेल्थ को नया रूप दिया गया और संविधान में नए प्रावधान जोड़े गए।