भक्ति और रंगोली के लिए देश भर के प्रसिद्ध कलाकारों को बुलाया गया है। चन्द्रप्रभु जैन नया मंदिर ट्रस्ट के सचिव कीरीट पी. जैन ने बताया कि १६ को परमात्मा का वरघोड़ा और १७ को ध्वजारोहण के साथ समारोह का समापन किया जाएगा। रजत जयंती के उपलक्ष्य में साहुकारपेट को पूरी तरह से सजा दिया गया है।
प्रतिदिन श्रद्धालुगण उपस्थित होकर भक्ति और रंगोली का आनंद ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि आचार्य विजय कलापूर्णसूरीश्वर ने चन्द्रप्रभ स्वामी जिनालय की प्रतिष्ठा की थी। रजत जयंती में महानगर के सभी सेवा भावी मंडल शासन को समर्पित अपनी सेवा दे रहे हैं।