घटना के बाद श्रीधर गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी मौत हो गई। इसके अलावा सांडों को काबू करने की कोशिश में ३० से अधिक खिलाड़ी घायल हो गए। पारंपरित जल्लीकट्टू पोंगल त्योहार का एक हिस्सा है और अलंगनल्लूर इस खेल के लिए प्रसिद्ध है। सुबह ही यहां पर ७०० बैलों के साथ जल्लीकट्टू की शुरूआत हुई थी। जिसके प्रथम विजेता रंजीत कुमार रहे जिन्होंने १६ सांडो पर काबू किया।