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झिझक कम हुई तो अब तकनीकी खामी एवं टाइम स्लाट का रोड़ा

locationचेन्नईPublished: Mar 06, 2021 09:57:45 pm

Submitted by:

Santosh Tiwari

-देश भर में कोरोना टीकाकरण की धीमी रफ्तार
-केवल 20 प्रतिशत को मिल पा रहा टीकाकरण के लिए एप्वाइंटमेंट
-ओटीपी जेनेरेशन एवं तकनीकी खामियों के कारण बढ़ रही निराशा

झिझक कम हुई तो अब तकनीकी खामी एवं टाइम स्लाट का रोड़ा

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चेन्नई.

पहले कोरोना टीके को लेकर लोगों में झिझक और अब एप्वाइंटमेंट एवं पंजीयन कराने में आ रही तकनीकी खामियां टीकाकरण अभियान की रफ्तार को कम करती नजर आ रही हैं। कोरोना टीका के लिए कोशिश करने वालों में से केवल 20 प्रतिशत को ही इसके लिए एप्वाइंटमेंट मिल पा रहा है। लोकल सर्किल्स द्वारा किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है कि बड़ी चुनौती एप्लाइंटमेंट मिलना है न कि ओटीपी जेनेरेशन। इसके अनुसार को-विन के जरिए टीकाकरण के लिए समय प्राप्त करने में कुल 58 प्रतिशत लोगों को असफलता हाथ लगी है। लोकलसर्किल ने 1 मार्च को यह सर्वे किया जिसमें 14,000 रेस्पांस प्राप्त हुए। इसमें यह पाया गया कि को-विन साइट या आरोग्य सेतु ऐप्प के जरिए कोराना टीका लेने की कोशिश करने वाले केवल 8 प्रतिशत लोग ही ऐसा कर पाए।
चार दिन बाद लोकलसर्किल ने फिर से सर्वे किया। इसमें देश के 204 जिलों के 8900 लोगों से बात हुई। इसमें 20 प्रतिशत को ही टीकाकरण के लिए समय दिया गया। 9 प्रतिशत ने कहा कि उन्हें आसानी से एप्वाइंटमेंट मिला जबकि 11 प्रतिशत ने कहा कि इसके लिए उन्हें कई बार प्रयास करना पड़ा। 42 प्रतिशत ने आसानी से पंजीयन तो करा लिया लेकिन उन्हें एप्वाइंटमेंट नहीं मिला। 16 प्रतिशत ने कई प्रयास के बाद पंजीयन कराया और उन्होंने समय नहीं मिल पाया। 15 प्रतिशत ओटीपी एवं अन्य समस्याओं के कारण रजिस्टर नहीं करा पाए जबकि 7 प्रतिशत लोग बिना पंजीयन कराए हास्पिटल गए और टीका ले लिया। सर्वे में यह बात सामने आई कि कई लोग तकनीकी समस्या के कारण पंजीयन में देरी से निराश थे।
सरकार के लिए आरोग्य सेतु ऐप्प एवं को-विन साइट को अबाध रूप से काम करना सुनिश्चित करना बड़ी चुनौती है। इसके अलावा इस बात को भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि हास्पिटल पूरे हुए टीकाकरण की जानकारी एवं समय की उपलब्धता अपलोड करें। साथ ही अधिक शुल्क एवं ब्लैक मार्केटिंग को रोकना भी चुनौती है। सर्वे में कई लोगों का कहना था कि को-विन साइट के काम करने के बाद वे हास्पिटल गए एवं आसानी से टीका लगा लिया।
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