इसी बीच एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता और राज्य के मत्स्य पालन मंत्री डी. जयकुमार ने कहा कि ग्रेटर चेन्नई कार्पोरेशन से संबंधित यह काफी छोटा कार्यक्रम था, जिसके लिए उपमुख्यमंत्री का नाम आमंत्रण पत्र में शामिल नहीं किया गया। इसके अलावा इसमें और कोई उद्देश्य नहीं था। ऐसी अफवाह चल रही है कि मुख्यमंत्री के साथ कथित अनबन की वजह से पन्नीरसेल्वम अहम फैसला लेने वाले हैं। इसके तहत मंगलवार को कुछ चुने हुए नेताओं के साथ बैठक करने के बाद ओपीएस ने बुधवार को भी कुछ नेताओं के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री के चयन को लेकर ७ को घोषणा होने वाली है और इसके लिए ईपीएस का नाम उछलने के बाद ओपीएस की नेताओं से मुलाकात तेज हो गई है।
लगातार दूसरे दिन ओपीएस का उनके करीबी नेताओं से मुलाकात का सिलसिला जारी रहा। बुधवार को ओपीएस के आवास पर केपी मुन्नुसामी, मनोज पांडियन और नाथम विश्वनाथन समेत अन्य नेताओं ने उनसे मुलाकात कर चर्चा की। इससे पहले उन्होंने पिछले साल मुख्यमंत्री के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में बर्खास्त किए गए सूचना प्रचार मंत्री मणिकंडन, मुन्नुसामी और राज्यसभा सांसद आर. वैद्यलिंगम समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी।