सेलम में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीस्वामी ने कहा कि सभी मृतकों के परिजनों को १०-१० लाख प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा राज्य के मंत्रियों द्वारा प्रभावित इलाकों का दौरा कर राहत अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बिजली, आपदा प्रबंधन और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को प्रभावित इलाकों में राहत और पुनर्वास कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि ११० किमी प्रति घंटे की तफ्तार से चली तेज हवाओं की वजह से तिरुवारूर, नागपट्टिनम, पुदुकोट्टै, रामनाथपुरम, तंजावुर और कडलूर जिले में बहुत नुकसान हुआ है जिसका आकलन करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि तूफान और भारी बारिश की चपेट में आने से १३ लोगों की मौत होने की जानकारी मिली थी। उसके बाद मरने वालों के परिजनों को मुआवजा के तौर पर १०-१० लाख और गंभीर रूप से घायलों को १-१ लाख और कुछ चोटिल हुए लोगों को २५-२५ हजार रुपए दिए जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा क्षति के आकलन के बाद मछुआरों को भी राहत राशि दी जाएगी।
राजनाथ सिंह ने कहा राज्य को मिलेगा हरसंभव सहयोग
चेन्नई. तमिलनाडु के तटीय जिलों में शुक्रवार अल सुबह गाजा तूफान से हुए नुकसान के देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य को हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। राज्य के मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीस्वामी से फोन पर बातचीत कर उन्होंने हालात की जानकारी ली। ट्वीट कर गृहमंत्री ने कहा चक्रवात की वजह से उत्पन्न हुए हालात में केंद्र की ओर से तमिलनाडु को हरसंभव सहयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गृह सचिव को स्थिति का जायजा लेकर राज्य की सहायता करने को कहा गया है। यहां जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि मुख्यमंत्री ने राजनाथ सिंह से फोन पर बात कर हालात से निपटने के लिए राज्य सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। राजनाथ सिंह से मुख्यमंत्री ने बताया कि लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाए जा रहे कदमों के अलावा ४७१ राहत केंद्रों में ८२ हजार प्रभावित लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया है, जहां सभी को कपड़े, खाद्य सामग्री और दवाइयों सहित अन्य जरूरी वस्तुएं प्रदान की जा रही है। विज्ञप्ति में आगे बताया कि चक्रवात की वजह से मची तबाही का जायजा लेने के बाद राज्य सरकार द्वारा केंद्र को रिपोर्ट भेजी जाएगी।