दी बधाई
इस बीच मुख्यमंत्री को उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम और अन्य नेताओं ने बधाई दी। सूचना व प्रसार मंत्री कडम्बूर राजू ने कहा मुख्यमंत्री की अगुवाई वाली एआईएडीएमके सरकार की एक वर्ष की उपलब्धियों को लेकर जन अभियान चलाया जाएगा।
केबिनेट की बैठक
उधर, मुख्यमंत्री ने सचिवालय परिसर में मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में बजट संबंधी चर्चा हुई। साथ ही अन्य महत्वपूर्ण मसलों पर मंत्रणा की गई। सीएम रहते हुए ईपीएस के कार्यकाल की समीक्षा की जाए तो एम सैंड को बढ़ावा देने और अम्मा स्कूटर के अलावा अन्य कोई बड़ी उपलब्धि उनके खाते में जाते नहीं दिखाई देती। उनको परिवहनकर्मियों की हड़ताल समेत विविध समस्याओं का सामना करना पड़ा। उनकी सरकार ने जनता पर बस किराया बढ़ाया और आर. के. नगर विधानसभा उपचुनाव में भी उनके धड़े को हार मिली।
मुझे नहीं लगता कुछ गंवाया : ओपीएस
उप मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम जिनको अपदस्थ किए जाने के बाद ही एक साल पहले पलनीस्वामी ने मुख्यमंत्री पद संभाला था, हर्ष की मुद्रा में नजर आए। उनसे जब सीएम पद गंवाने के मलाल के बारे में पूछा गया तो उनकी प्रतिक्रिया थी ‘मुझे नहीं लगता कि सीएम पद जाने से मैंने कुछ गंवाया है।Ó इसी से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने हम अपने साथ कुछ नहीं लाए थे जिसके खोने का दुख हो। मुझे ऐसा कोई मलाल नहीं है।
गौरतलब है कि जयललिता के निधन के बाद सर्वसम्मति से ओ. पन्नीरसेल्वम को सूबे का मुख्यमंत्री बना दिया गया था। फिर फरवरी माह में उनको सीएम पद से हटाते हुए वी. के. शशिकला ने ताजपोशी की तैयारी की थी। ओपीएस ने शशिकला के खिलाफ बगावत कर दी। इस वजह से एआईएडीएमके में ओपीएस की अगुवाई में नया धड़ा बन गया। उधर, शशिकला को भ्रष्टाचार के मामले में जेल होने के बाद ईपीएस मुख्यमंत्री बने। ईपीएस की अगुवाई वाली एआईएडीएमके ने शशिकला और टीटीवी दिनकरण को पार्टी से बाहर किया नतीजतन ओपीएस गुट का उनके साथ विलय हुआ। विलय के बाद ओपीएस उपमुख्यमंत्री बने।