न्यायालय की फटकार के बाद जमा कराए पासपोर्ट
चेन्नईPublished: Dec 21, 2018 01:48:54 pm
पासपोर्ट जमा न कराने पर मद्रास उच्च न्यायालय की फटकार के बाद मूर्ति चोरी का आरोप झेलने वाले रणवीर शाह और किरण राव ने सीआईडी की मूर्ति तस्करी रोधी विंग में बुधवार को अपने पासपोर्ट जमा करवा दिए।
न्यायालय की फटकार के बाद जमा कराए पासपोर्ट
चेन्नई. पासपोर्ट जमा न कराने पर मद्रास उच्च न्यायालय की फटकार के बाद मूर्ति चोरी का आरोप झेलने वाले रणवीर शाह और किरण राव ने सीआईडी की मूर्ति तस्करी रोधी विंग में बुधवार को अपने पासपोर्ट जमा करवा दिए।
न्यायाधीश आर. महादेवन और न्यायाधीश पी. डी. आदिकेशवलु की खंडपीठ ने कहा कि इनको गत 1 नवंबर को पासपोर्ट जमा करवाने का आदेश दिया गया था जिस पर अभी तक अमल नहीं किया गया। पीठ ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आरोपियों ने न्यायालय से सहयोग का वादा किया था, इसलिए इस मामले में सख्ती नहीं की गई। न्यायालय के प्रति इस तरह लापरवाही नहीं दिखा सकते। आरोपियों पर 258 मूर्तियां गायब करने का आरोप है जिनमें से अधिकतर ऐसे मंदिरों की प्रतिमाएं हैं जिनकी खरीदी और बिक्री प्रतिबंधित है। आरोपी यह साबित नहीं कर पाए हैं कि मूर्तियां चोरी नहीं हुई है।
जब उनकी वकील ने बताया कि उनके पासपोर्ट उसके पास हैं और वे उनको जांच अधिकारियों को सौंप देंगी। पीठ ने पूछा कि क्या वकील को आरोपियों के बारे में जानकारी हैï, आरोपियों ने कितनी बार विंग के सामने उपस्थिति दर्ज कराई है? खंडपीठ के इस सवाल के जवाब में जब वकील ने बताया कि वे उत्तर भारत में ही हैं। उनके इस समय रहने के स्थान के बारे में संतोष जनक उत्तर न मिलने पर पीठ ने दोनों आरोपियों को शुक्रवार को न्यायालय के समक्ष उपस्थित होने का आदेश दिया। आरोपियों की अग्रिम जमानत पर सुनवाई शुक्रवार को होगी। पीठ ने सुनवाई के समय उन्हें अनिवार्य रूप से उपस्थित होने का आदेश दिया।
सामाजिक कार्यकर्ता और वकील एलिफेंट जी. राजेन्द्रन ने पीठ से उनको पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाने की अपील की। इस मामले को प्रकाश में लाने के कारण उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। पीठ ने राजेन्द्रन की अपील स्वीकार कर ली।