–आवास के बाहर मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में रजनीकांत ने कहा विभिन्न राजनीतिक दल के नेता चाहते हैं कि रजनीकांत अपनी टिप्पणी के लिए मांफी मांगे। लेकिन रजनीकांत अपनी बात पर अड़े हैं और उन्होंने माफी मांगने से भी इनकार कर दिया है। अपने पोएस गार्डन आवास के बाहर मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में रजनीकांत ने कहा पेरियार के बारे में जो कहा वह बिल्कुल सत्य है और रिपोर्ट पर आधारित है। ऐसे में मांफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता है। पेरियार की रैली के विषय पर जो मैंने कहा कि वह बिल्कुल सच है और उस दौर के कई अखबारों ने इसे प्रमुखता भी दी थी।
-तमिल मैगजीन तुगलक को दिए इंटरव्यू में उल्लेखनीय है कि हाल ही में तमिल मैगजीन तुगलक को दिए इंटरव्यू में रजनीकांत ने दावा किया था कि पेरियार ने 1971 में सेलम में एक रैली निकाली थी जिसमें भगवान राम और सीता की वस्त्रहीन तस्वीरों को लगाया गया था। रजनीकांत के बयान से आपत्ति जताते हुए डीवीके पार्टी के सदस्यों ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था। रजनीकांत ने राज्य की मुख्य विपक्षी दल डीएमके पर निशाना साधते हुए द्रविड़ आंदोलन के जनक कहे जाने वाले एम. करुणानिधि और पेरियार पर टिप्पणी की थी। उन्होंने दावा किया था कि पेरियार हिंदू देवताओं के कट्टर आलोचक थे लेकिन उस समय किसी ने पेरियार की आलोचना नहीं की।