बतादें कि महानगर के सबसे व्यस्त इलाकों में शुमार टी.नगर के तनिकाचलम रोड पर सडक़ खोदकर केबल बिछाने का काम खत्म हो गई है लेकिन केबल तो जमीन में लगा दिया गया लेकिन केबल लगाने के बाद मिट्टी की भराई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है। तनिकाचलम रोड पर चाय की दुकान चला रहे कृष्णन ने बताया कि इस सडक़ के पश्चिमी भाग में खोदे गए गड्ढ़े में केबल लगाने के बाद ठीक से मिट्टी भराई नहीं की गई थी, जिनके कारण एक मेटाडोर गड्ढ़ा में फंस गई जिसे निकालने में मेटाडोर चालक को के्रन बुलाना पड़ा। उसके बाद मेटाडोर को बाहर निकाला गया। हण्ड्रेड फीट रोड में भी कई जगह ऐसा है जहां केबल बिछाने के बाद उस पर मिट्टी की भराई न होने से कभी भी हादसे का अंदेशा बना रहता है।
बहरहाल गिण्डी के सिपकॉट रोड के दोनों किनारे में बिजली के केबल डालने के लिए गहरा और लम्बा गड्ढ़ा खोदा गया है, सडक़ के दक्षिणी भाग में वैसे तो केबल बिछाने का काम खत्म हो गया है, लेकिन गड्ढ़े की भराई के नाम पर खानापूर्ति किया गया है जिसके कारण इस सडक़ पर चलना बेहद खतरनाक है। उत्तरी किनारे में अब तक केबल बिछाने का काम धीमी गति से चल रहा है, जिनके कारण इस मार्ग से फुटपाथ गायब हो चुका है, और आमजनों को गड्ढ़े के पास से गुजरना पड़ता है।
दो तरफा यातायात है खतरनाक
गौरतलब है कि सिपकाट रोड पर दो तरफा यातायात है, हण्ड्रेड फीट रोड और अण्णासालै से जुड़ी इस रोड भी हमेशा वाहनों का दबाव अधिक रहता है, ऐसे में राहगीरों को दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा मंडराता रहता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यहां जमीन में बिजली के केबल डालने का काम पिछले छह महीन से चल रहा है, लेकिन महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी वाले इस सडक़ पर केबल लगाने का काम पूरा नहीं हुआ है।
हण्ड्रेड फीट रोड से गिण्डी औद्योगिक इलाके में आवाजाही के लिए राहगीरों को सिपकॉट रोड पर चलना मजबूरी है, पहले दक्षिण किनारे में केबल डालने का काम चल रहा था, अब उत्तरी भाग में गड्ढ़ा खोद रखा है, पांच से छह फीट गहरे गड्ढ़े के पास से गुजरने में डर लगता है।डी के दिनेश, यात्री एकाडुतांगल
मंगलावर को तिरुविका इंडस्ट्री की तरफ जा रहे एक बाइक सवार को सामने से आ रहे एमटीसी बस से आंशिक टक्कर लग गई और बाईक सवार गड्ढ़े में गिरकर चोटिल हो गया। सरकार को केबल डालने का काम जल्द पूरा करना चाहिए।बी. सुभाष, दुकानदार तिरुविका एस्टेट गिंडी
पुरुषवाक्कम, अयनावरम, टी.नगर आदि इलाके में बिजली का केबल डालने का काम पूरा तो हो गया है लेकिन केबल डालने से पहले खुदे गड्ढ़े को भरने के प्रति सरकार और शासन बेहद लापरवाह है, जिनके कारण अक्सर सडक़ हादसे हो रहे हैं।एन बी रामकृष्णनन, पुरुषवाक्कम निवासी