इसके साथ ही दुपहिया वाहन चालकों केे लिए प्रीमियर पार्किंग डिमांड वाले क्षेत्रों में 10 रुपए तथा अन्य स्थलों पर 5 रुपए प्रति घंटा वसूल किए जाएंगे। इसके साथ ही आटो, बस, भारी व हल्के वाहन, मिनी बसें भी पार्क की जा सकेंगी। साइकिल पार्क करने का कोई शुल्क नहीं रहेगा।
चेन्नई कार्पोरेशन के सूत्रों का कहना है कि पहले मेट्रो रेल के लम्बे चले काम के चलते यह योजना फलीभूत नहीं हो सकी थी क्योंकि कई जगहों पर एकतरफा यातायात व्यवस्था की गई थी वहीं कई जगह सड़कें बहुत संकरी हो गई थी। ऐसे में पाॢकंग के लिए जगह नहीं बची थी। अब संभवत मेट्रो रेल का काम कई जगह पूरा कर लिया गया है। ऐसे में उम्मीद है कि निगम इस योजना पर फिर से अमल करे।