प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद कर कोरोना की ताजा स्थिति पर चर्चा की। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच प्रधानमंत्री मोदी लगातार देश के तमाम राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत कर रहे हैं।
इस बैठक में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येद्दियुरप्पा, ओडि़शा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले हफ्ते नए मामले जिन राज्यों में आए हैं। उनमें से 80 प्रतिशत के करीब मामले इन्हीं छह राज्यों से हैं और 84 प्रतिशत दुखद मौतें भी इन्हीं राज्यों में हुई हैं।
उन्होंने कहा कि देश आज ऐसे मुहाने पर खड़ा है जहां तीसरी लहर की आशंका लगातार जताई जा रही है। उन्होंने कहा कि देश के अधिकतर राज्यों में जिस तरह मामले कम हुए थे उससे कुछ राहत महसूस हो रही थी और विशेषज्ञ इसे देखकर उम्मीद कर रहे थे कि जल्द ही देश दूसरी लहर से पूरी तरह बाहर आ जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, उन्हें सक्रियता से काम काम करने की आवश्यकता है और इसके जरिए तीसरी लहर की किसी भी आशंका को रोकना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि शुरुआत में विशेषज्ञ यह मान रहे थे कि जहां से दूसरी लहर की शुरुआत हुई थी, वहां स्थिति पहले नियंत्रण में होगी।
उन्होंने कहा, लेकिन महाराष्ट्र और केरल में मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। यह वाकई हम सबके लिए, देश के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। आप सब इससे परिचित हैं कि ऐसे ही ट्रेंड हमें दूसरी लहर के पहले जनवरी-फरवरी में भी देखने को मिले थे। इसलिए यह आशंका स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है कि अगर स्थिति नियंत्रण में नहीं आई तो मुश्किल हो सकती है।