scriptमहाबलीपुरम ने जीत लिया पीएम मोदी का दिल, समुद्र सागर किनारे लिखी कविता, ‘हे सागर.. तुम्हें मेरा प्रणाम’ | pm-narendra-modi-wrote-poem-on-mahabalipuram 'Hey Sagar' Tumhe Pranam | Patrika News

महाबलीपुरम ने जीत लिया पीएम मोदी का दिल, समुद्र सागर किनारे लिखी कविता, ‘हे सागर.. तुम्हें मेरा प्रणाम’

locationचेन्नईPublished: Oct 13, 2019 05:34:23 pm

Submitted by:

PURUSHOTTAM REDDY

pm-narendra-modi-wrote-poem-on-mahabalipuram ‘Hey Sagar’ Tumhe Pranam:

चेन्नई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से महाबलीपुरम में दूसरी अनौपचारिक मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने समुद्र किनारे बैठकर एक कविता लिखी जिसे उन्होंने ट्वीटर पर शेयर किया।
सफाई करने से पहले समुद्र की लहरों के किनारे पीएम सुबह-सुबह व्यायाम करते भी नजर आए।

 

इस दौरान पीएम मोदी ने जहां लोगों को स्व’छता का संदेश दिया, वहीं एक कविता भी शेयर किया है। पीएम मोदी ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि कल को महाबलीपुरम में सवेरे तट पर टहलते-टहलते सागर से संवाद करने में खो गया। ये संवाद मेरा भाव-विश्व है।

 

इस संवाद भाव को शब्दबद्ध करके आपसे साझा कर रहा हूं-
पीएम मोदी ने कविता के बारे में लिखा,”कल महाबलीपुरम में सवेरे तट पर टहलते-टहलते सागर से संवाद करने में खो गया। ये संवाद मेरा भाव-विश्व है। इस संवाद भाव को शब्दबद्ध करके आपसे साझा कर रहा हूं।”

पढ़ें पीएम नरेंद्र मोदी की लिखी कविता-

हे… सागर !!!
तुम्हें मेरा प्रणाम!

तू धीर है, गंभीर है,
जहग को जीवन देता, नीला है नीर तेरा।
ये अथाह विस्तार, ये विशालता,
तेरा ये रूप निराला।

हे… सागर !!!
तुम्हें मेरा प्रणाम!
सतह पर चलता ये कोलाहल, ये उत्पात,
कभी ऊपर तो कभी नीचे।
गरजती लहरों का प्रताप,
ये तुम्हारा दर्द है, आक्रोश है
या फिर संताप?
तुम न होते विचलित
न आशंकित, न भयभीत
क्योंकि तुममें है गहराई!

हे… सागर !!!
तुम्हें मेरा प्रणाम!
शक्ति का अपार भंडार समेटे,
असीमित ऊर्जा स्वयं में लपेटे।
फिर भी अपनी मर्यादाओं को बांधे,
तुम कभी न अपनी सीमाएं लांघे!
हर पल बड़प्पन का बोध दिलाते।

हे… सागर !!!
तुम्हें मेरा प्रणाम!

तू शिक्षादाता, तू दीक्षादाता
तेरी लहरों में जीवन का
संदेश समाता।
न वाह की चाह,
बेपरवाह सा ये प्रवास।
हे… सागर !!!
तुम्हें मेरा प्रणाम!

चलते-चलाते जीवन संवारती,
लहरों की दौड़ तेरी।
न रुकती, न थकती,
चरैवती, चरैवत, चरैवती का मंत्र सुनाती।
निरंतर… सर्वत्र!
ये यात्रा अनवरत,
ये संदेश अनवरत।

हे… सागर !!!
तुम्हें मेरा प्रणाम!

लहरों से उभरती नई लहरें।
विलय में भी उदय,
जनम-मरण का क्रम है अनूढा
ये मिटती-मिटाती, तुम में समाती,
पुनर्जन्म का अहसास कराती।
हे… सागर !!!
तुम्हें मेरा प्रणाम!

सूरज से तुम्हारा नाता पुराना,
तपता-तपाता,
ये जीवंत-जल तुम्हारा।
खुद को मिटाता, आसमान को छूता,
मानो सूरज को चूमता,
बन बादल फिर बरसता,
मधु भाव बिखेरता।
सुजलाम-सुफलाम सृष्टि सजाता।

हे… सागर !!!
तुम्हें मेरा प्रणाम!
जीवन का ये सौंदर्य,
जैसे नीलकंठ का आदर्श,
धरा का विष, खुद में समाया,
खारापन समेट अपने भीतर,
जग को जीवन नया दिलाया,
जीवन जीने का मर्म सिखाया।
हे… सागर !!!
तुम्हें मेरा प्रणाम!

– नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाबलीपुरम में सुबह समुद्र तट पर प्लॉगिंग करते हुए एक वीडियो शेयर किया। यह करीब &0 मिनट तक चला। साथ ही उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैंने एकत्र किया हुआ कूड़ा जयराज को थमाया जो होटल के कर्मचारी हैं।

एक अन्य ट्वीट में मोदी ने कहा था कि महाबलीपुरम में खूबसूरत तट के किनारे तरोताजा करने वाली सैर और कसरत। उन्होंने आगे लिखा कि हम सभी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सार्वजनिक स्थान साफ एवं सुंदर रहें।

 

चीन के साथ अनौपचारिक बैठक
पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच अनौपचारिक शिखर वार्ता दो दिन तक चली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शनिवार को आतंकवाद सहित कई द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान दोनों देश मतभेदों को विवेकपूर्ण ढंग से सुलझाने, एक दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशील रहने और उन्हें विवाद का रूप नहीं देने पर सहमत हुए।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो