पीएमके संस्थापक डा. एस. रामदास ने रविवार को जारी बयान में कहा चीन के राष्ट्रपति के साथ अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए ईसीआर के रिसॉर्ट में ठहरे पीएम मोदी ने समुद्र तट से प्लास्टिक कचरा उठाया जिससे यह लगता है कि तमिलनाडु में दस महीने पहले ही प्लास्टिक पर लगाए गए प्रतिबंध की पालना नहीं हो रही है।
पिछले बीस सालों से पीएमके तमिलनाडु ही नहीं पूरे विश्व में प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के अभियान पर कार्य कर रही है। मानवता का कोई बड़ा शत्रु है तो वह प्लास्टिक ही है।
रामदास ने चिंता जताई कि फिलहाल सिंगल यूज प्लास्टिक को पाबंद किया है जिनमें प्लास्टिक की थैलियां बहुधा है जबकि बोतलें हर जगह दिखाई पड़ती है। इनकी रिसाइकिल के उपाय हो सकते हैं लेकिन फिर भी ९० प्रतिशत मामलों में ऐसे नहीं देखने को मिलता।
पीएमके प्रमुख ने जोर दिया कि प्लास्टिक से होने वाली हानियों को लेकर जनता में जागरूकता लाई जानी चाहिए। प्लास्टिक मुक्त विश्व ही समृद्ध विश्व हो सकता है। ऐसी दुनिया की परिकल्पना के लिए तमिलनाडु में इस कानून को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए।