कन्ननपालयम में गुटखा फैक्ट्री के मालिक की पीठ पर सत्तारूढ़ दल के मंत्रियों का हाथ है उन्होंने पुलिस अधिकारियों से सच्चाई का पता लगाने के लिए उचित जांच करने का अनुरोध किया था। पर पुलिस ने उल्टे पार्टी के विधायक कार्तिक सहित कार्यकर्ताओं के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया। सात कार्यकर्ताओं को गिर तार कर लिया। कार्यकर्ताओं पर पुलिस के दमन के खिलाफ पिछले शुक्रवार को स्टालिन कोय बत्तूर आएथे। उन्होंने आरोप लगाया कि कन्ननपालयम में गुटखा फैक्ट्री के मालिक की पीठ पर सत्तारूढ़ दल के मंत्रियों का हाथ है।उन्ही के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक सबूतों को खुर्द बुर्द करने में लगे हैं। वे पूरे मामले में डीएमके कार्यकर्ताओं को फंसाने की साजिश रच रहे हैं। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनका आरोप था कि पुलिस अधीक्षक इससे पहले पुदुकोट्टई जिले में थे तब स्वास्थ्य मंत्री सी विजया भास्कर के इशारों पर काम करते रहे हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि गुटखा घोटाले में विजया भास्कर लिप्त हैं।डीएमके के पास भास्कर व मूर्ति के बीच सांठगांठ के पर्याप्त सबूत हैं। द्रमुक जल्द ही सत्ता में आएंगी और गुटखा घोटाले में शामिल एआईएडीएमके नेताओं , पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।उल्लेखनीय है कि २७ अप्रेल की रात पुलिस ने गुटखा फैक्ट्री पर छापा मारा था। करीब १० घंटे की कार्रवाई में 20 टन माल पकड़ा गया था। पुलिस ने फैक्ट्री के कंप्यूटर को जब्त किया है। इसमें काफी जानकारी मिली है। विशेष रुप से यहां से माल खरीदने वाले व्यापारियों के नाम पते मालूम हो गए हैं। पुलिस कार्रवाई के दौरान मैनेजर रघुराम, अजय, रामदेव व सोजीराम को गिर तार किया गया था। ये सभी उत्तर भारतीय हैं। इसका मालिक नई दिल्ली के पीतमपुरा में रहने वाला अमित जैन है। उसकी गिर तारी के लिए पुलिस टीम दिल्ली भेजी जा चुकी है ।पर आज तक वह पकड़ में नहीं आ सका।जैन के पास खाद्य विभाग से मीठी सुपारी व पान मसाला उत्पादन का लाइसेंस है । आरोप है कि इसकी आड़ में वह गुटखा बना कर सप्लाई कर रहा था।