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पुलिस अधीक्षक को गुटखा फैक्ट्री की जांच से हटाया

locationचेन्नईPublished: May 09, 2018 04:29:36 pm

Submitted by:

Arvind Mohan Sharma

डीजीपी के आदेश ,अब एएसपी अनिता करेंगी जांच

Police Superintendent removed from Gutkha factory check
कोय बत्तूर. बहुचर्चित गुटखा फैक्ट्री मामले की जांच अब जिला पुलिस अधीक्षक मूर्तिसे लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिता को सौंप दी गई है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजेन्द्रन ने जांच अधिकारी बदलने के आदेश जारी किए हैं। गुटखा फैक्ट्री प्रकरण में विपक्ष द्रविड़ मुनेत्र कषगम के कार्यकारी अध्यक्ष स्टालिन ने मूर्ति पर पक्षपात बरतने के आरोप लगाए थे। हालांकि डीजीपी राजेंद्रन ने स्पष्ट किया है कि जिला पुलिस अधीक्षक से जांच लेने का कारण कतई राजनीतिक दबाव नहीं है। आदेश के अनुसार जिला पुलिस अधीक्षक के जि मे पूरे जिले की कानून व्यवस्था सहित अन्य प्रशासनिक कार्य होते हैं। यदि जांच उनके पास रहेगी तो अन्य कार्य प्रभावित होंगे। इसे देखते हुए जांच अब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिता को सौंपी गई है।
कोय बत्तूर के कनन्नपालयम में पकड़ी गई गुटखा फैक्ट्री का मामला काफी चर्चित हैं। अभी तक फैक्ट्री का मालिक भी गिर तार नहीं हुआ है। जबकि इस मामले में पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाने वाले सात द्रमुक कार्यकर्ताओं को गिर तार कर लिया गया। यहां तक कि डीएमके विधायक कार्तिक के खिलाफ भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी।डीएमके का आरोप है कि कन्ननपालयम में पकड़ी गईगुटखा फैक्ट्री के साक्ष्यों को नष्ट किया जा रहा है। इसकी वजह पिछले दिनों मद्रास उच्च न्यायालय को वह फैसला है जिसमें राज्य में हुए गुटखा घोटाले की जांच सीबीआई से कराने को कहा गया है।कन्ननपालयम में डीएमके कार्यकर्ताओं ने देखा कि यहां से सबूतों को मिटाने का काम किया जा रहा है।
कन्ननपालयम में गुटखा फैक्ट्री के मालिक की पीठ पर सत्तारूढ़ दल के मंत्रियों का हाथ है

उन्होंने पुलिस अधिकारियों से सच्चाई का पता लगाने के लिए उचित जांच करने का अनुरोध किया था। पर पुलिस ने उल्टे पार्टी के विधायक कार्तिक सहित कार्यकर्ताओं के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया। सात कार्यकर्ताओं को गिर तार कर लिया। कार्यकर्ताओं पर पुलिस के दमन के खिलाफ पिछले शुक्रवार को स्टालिन कोय बत्तूर आएथे। उन्होंने आरोप लगाया कि कन्ननपालयम में गुटखा फैक्ट्री के मालिक की पीठ पर सत्तारूढ़ दल के मंत्रियों का हाथ है।उन्ही के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक सबूतों को खुर्द बुर्द करने में लगे हैं। वे पूरे मामले में डीएमके कार्यकर्ताओं को फंसाने की साजिश रच रहे हैं। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनका आरोप था कि पुलिस अधीक्षक इससे पहले पुदुकोट्टई जिले में थे तब स्वास्थ्य मंत्री सी विजया भास्कर के इशारों पर काम करते रहे हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि गुटखा घोटाले में विजया भास्कर लिप्त हैं।डीएमके के पास भास्कर व मूर्ति के बीच सांठगांठ के पर्याप्त सबूत हैं। द्रमुक जल्द ही सत्ता में आएंगी और गुटखा घोटाले में शामिल एआईएडीएमके नेताओं , पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।उल्लेखनीय है कि २७ अप्रेल की रात पुलिस ने गुटखा फैक्ट्री पर छापा मारा था। करीब १० घंटे की कार्रवाई में 20 टन माल पकड़ा गया था। पुलिस ने फैक्ट्री के कंप्यूटर को जब्त किया है। इसमें काफी जानकारी मिली है। विशेष रुप से यहां से माल खरीदने वाले व्यापारियों के नाम पते मालूम हो गए हैं। पुलिस कार्रवाई के दौरान मैनेजर रघुराम, अजय, रामदेव व सोजीराम को गिर तार किया गया था। ये सभी उत्तर भारतीय हैं। इसका मालिक नई दिल्ली के पीतमपुरा में रहने वाला अमित जैन है। उसकी गिर तारी के लिए पुलिस टीम दिल्ली भेजी जा चुकी है ।पर आज तक वह पकड़ में नहीं आ सका।जैन के पास खाद्य विभाग से मीठी सुपारी व पान मसाला उत्पादन का लाइसेंस है । आरोप है कि इसकी आड़ में वह गुटखा बना कर सप्लाई कर रहा था।
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