राहुल गांधी के अलावा प्रदेश कांग्रेस के नेताओं तिरुणावकरसर, ईवीकेएस इलंगोवन, भाकपा प्रदेश सचिव मुत्तअरसन, वीसीके प्रमुख तिरुमावलवन व अन्य ने भी अभिनेता विजय और फिल्म का समर्थन किया। इन नेताओं का कहना था कि केंद्र सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटना चाहती है।
दरअसल, बीजेपी की आपत्ति के बाद खबरें आईं कि प्रोड्यूसर्स फिल्म से सम्बंधित सीन हटाने पर राजी हो गए हैं। भाजपा का कहना है कि जीएसटी और नोटबंदी पर फिल्म में गलत जानकारी दी गई है। फिल्म में मुख्य भूमिका तमिल अभिनेता सुपरस्टार विजय की है।
केंद्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन ने कहा कि सिनेमा के माध्यम से गलत जानकारियों को नहीं फैलाया जाना चाहिए। कहा कि अभिनेताओं को चाहिए कि वे इस माध्यम का उपयोग लोगों को भ्रमित करने और राजनीतिक लाभ लेने के लिए न करें। इधर, माकपा नेता और सुपरस्टार रजनीकांत अभिनीत ‘कबाली’ के निर्देशक पीए. रंजीत और कमल हासन फिल्म के समर्थन में उतर आए हैं।
रंजीत ने ‘मर्सेल’ से जुड़े कलाकारों के समर्थन में फिल्म के दृश्य हटाने की मांग कर रहे भाजपा के तर्क पर सवाल किया। अभिनेता कमल हासन ने भी इसपर विरोध जताते हुए कहा कि फिल्म ‘मेर्सल’ को सेंसरबोर्ड से पास किया गया है। ऐसे में इसपर किसी का भी सवाल उठाना ठीक नहीं है। उधर माकपा के प्रांतीय सचिव जी रामकृष्णन ने चेन्नई में एक बयान में बीजेपी की आलोचना को ‘अभिव्यक्ति की शुक्रवार पर मोदी का हमला’ बताया।
‘इंदु सरकार के विरोध पर क्यों चुप थे राहुल’
राहुल के ट्वीट के बाद इस मसले पर राजनीति गर्म हो गई। राहुल का ये ट्वीट एक निर्देशक को पसंद नहीं आया। निर्देशक मधुर भंडारकर ने राहुल के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा, सर, मैं किसी भी फिल्म के बैन के खिलाफ हूं। मैं उस समय आपके समर्थन की उम्मीद कर रहा था जब आपके कार्यकर्ता मेरी फिल्म इंदु सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन आप शांत रहे।’
सरकार की सराहना वाली फिल्म बनाएं
चि दंबरम ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, ऐसा कानून बनाना चाहिए, जिसमें वृत्तचित्रों में सिर्फ सरकार की नीतियों की सराहना की जाए। आज की परिस्थिति में अगर पराशक्ति जैसी फिल्म रिलीज हुई होती तो क्या होता।
मोदी के खिलाफ नफरती अभियान
भा जपा के राष्ट्रीय सचिव एच. राजा ने कई ट्वीट कर आरोप लगाया कि जीएसटी का जिक्र फिल्म अभिनेता विजय के ‘अर्थशास्त्र के ज्ञान की कमी’ को दर्शाता है। राजा ने कहा, ये प्रधानमंत्री के खिलाफ ,एक नफरती अभियान है।
रूस में चुनाव जीतना चाहते हैं?
राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल की लोकप्रियता पिछले दिनों काफी बढ़ गई है। हालांकि, अब एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस लोकप्रियता के पीछे रूस, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान से ऑटोमेटेड रोबोटिक हैंडल का हाथ है। इस मामले पर भाजपा की तरफ से सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर वार किया।
स्मृति ईरानी ने ट्वीट करते हुए कहा कि लगता है राहुल रूस, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान में चुनाव जीतना चाहते हैं?? हालांकि कांग्रेस ने भी तुरंत रिप्लाई करते हुए कहा कि जब आप हैं तो हमें दूसरे की क्या जरूरत? कांग्रेस के सोशल मीडिया हेड दिव्या स्पंदाना ने इस ट्वीट के साथ बीजेपी पर करारा पलटवार किया। दिव्या स्पंदाना ने यह भी कहा कि यह खबर गलत तथ्यों पर आधारित है।
&मिस्टर मोदी सिनेमा तमिल संस्कृति और भाषा की गहरी अभिव्यक्ति है। तमिलों के गर्व मर्सल में दखल देकर इसे दबाने की कोशिश नहीं करें। इसे डिमन-टाइज (स्रद्गद्वशठ्ठ-द्गह्लद्बह्यद्ग) न करें। राहुल गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष