अधिकारियों ने कहा कि चीन से आने वाले सभी यात्रियों और शिपमेंट की जांच की जा रही है। विशेष रूप से उस स्थान से जहां से यह वायरस से संक्रमित होने के ये नए मामले सामने आए हैं और माना जा रहा है कि इस वायरस का केन्द्र वुहान शहर ही है। यह वायरस एसएआरएस (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) से मिलता जुलता है।
राज्य सरकार है सचेत
उन स्थान से जहां से यह बीमारी शुरू हुई, वहां से आने वाले यात्रियों और शिपमेंट की जांच की जा रही है। यह कदम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी यात्रा परामर्श के एक दिन बाद आया है। स्वास्थ्य मंत्री सी विजयभास्कर ने कहा कि राज्य को सुरक्षित रखने के लिए सभी दिशानिर्देश को सुनिश्चित किया गया है। स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश ने पुष्टि की कि उनके विभाग को इस मामले पर केंद्र से सूचना मिली थी।
हवाईअड्डे पर निगरानी
चीन से आने वाले हवाईयात्रियों को चेन्नई हवाईअड्डे और बंदरगाह पर थर्मल जांच से गुजरना होगा। पोर्ट स्वास्थ्य अधिकारी एस सेंथिलनाथन ने बताया कि केन्द्र से मिली सूचना के बाद चीन के वुहान से आने वाले प्रत्येक यात्री की बारीकी से जांच की जा रही है। बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ होने वाले यात्रियों को एकांत स्थान पर ले जाकर जांच की जा रही है।
केन्द्र सरकार का परामर्श
चीन की यात्रा करने वाले लोगों को दिए गए परामर्श में कहा गया है कि ऐसे लोगों को हर समय कुछ सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का पालन करना चाहिए और व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखना, साबुन से अक्सर हाथ धोने और खांसने या छींकने पर मुंह ढंकने जैसे शिष्टाचार का पालन करना चाहिए।
ये है लक्ष्ण
अगर इसके लक्षणों की बात करें तो बुखार, सांस लेने में दिक्कत, वायरस में सर्दी, सांस लेने की तकलीफ, बुखार और थकान की शिकायत होती है। कुछ कोरोना वायरस जानवरों में फैलता है जबकि दूसरे कोरोना वायरस इंसान से इंसान में फैलते हैं। चीनी अधिकारियों का कहना है कि करीब एक करोड़ दस लाख की आबादी वाले वूहान शहर के सीफूड थोक बाजार से वायरस फैला है। इस बाजार को बंद कर दिया गया है।