scriptसुखीदेवी राजपुरोहित, गोपाल चौधरी व प्रवीण विश्नोई जीते | pravasi | Patrika News

सुखीदेवी राजपुरोहित, गोपाल चौधरी व प्रवीण विश्नोई जीते

locationचेन्नईPublished: Dec 09, 2020 11:29:23 pm

सुखीदेवी राजपुरोहित, गोपाल चौधरी व प्रवीण विश्नोई जीते – जालोर जिला परिषद की तीन सीटों पर प्रवासियों का कब्जा – जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य के चुनाव में प्रवासियों ने बनाई जगह – इलाके में प्रभाव व अच्छी पैठ के चलते हासिल की विजयश्री

pravasi

SUKHI DEVI RAJPUROHIT

चेन्नई. तमिलनाडु में प्रवास कर रहे राजस्थान मूल के कई लोगों को इस बार राजस्थान में हो रहे पंचायती राज के जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्य के लिए राजनैतिक दलों ने टिकट दिए थे। जिस पर वे खरे भी उतरे। अकेले जालोर जिला परिषद सदस्य की 31 सीटों में से तीन पर प्रवासियों ने कब्जा जमाया है।
जालोर जिला परिषद के वार्ड संख्या 25 से चेन्नई प्रवासी समाजसेवी शिवनाथसिंह राजपुरोहित की धर्मपत्नी सुकीदेवी राजपुरोहित ने भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की है। जालोर जिले के बासड़ाधनजी निवासी शिवनाथसिंह राजपुरोहित सामाजिक कार्य में सदैव अग्रणी रहे हैं। चेन्नई में रामदेव मंडल के अध्यक्ष रह चुके हैं। विभिन्न संस्थाओं से जुड़े हुए हैं। कोरोना काल में उनकी सेवाएं सराहनीय रही थी और उपखंड अधिकारी की ओर से विशेष सम्मान किया गया था। इसी तरह जालोर जिला परिषद के वार्ड संख्या 14 से चेन्नई प्रवासी पूर्व सरपंच निम्बाराम चौधरी पटेल के पुत्र गोपाल चौधरी ने भी भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की। निम्बाराम चौधरी लम्बे समय से चेन्नई में व्यवसाय कर रहे है। पिछले कार्यकाल में जालोर जिले के गोदन ग्राम पंचायत के सरपंच रह चुके हैं। वर्तमान में निम्बाराम चौधरी की धर्मपत्नी मुलकीदेवी चौधरी सरपंच है। जालोर जिला परिषद के वार्ड 6 से प्रवीण विश्नोई ने कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की है। प्रवीण विश्नोई का तमिलनाडु के कोयम्बत्तूर में व्यवसाय है। प्रवीण विश्नोई जालोर जिले के सरणाऊ के रहने वाले हैं। वे लम्बे समय से यूथ कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। पाली के पूर्व जिला प्रमुख पेमाराम सीरवी की सुपुत्री नंदिनी सीरवी ने पाली जिला परिषद के वार्ड सात से भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की है। पेमाराम सीरवी का तमिलनाडु के महाबलीपुरम में व्यवसाय है।
हैदराबाद व अहमदाबाद के प्रवासी भी जीते
राजस्थान में पंचायत राज संस्थाओं के जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य के चुनाव में इस बार बड़ी संख्या में प्रवासी चुनावी जंग में थे। खास बात यह है कि कांग्रेस व भाजपा ने प्रवासियों पर भरोसा जताते हुए मैदान में उतारा। कहीं प्रवासियों के बेटे-बेटी चुनावी मैदान में थे तो कहीं मां व पत्नी को टिकट मिला। तमिलनाडु में राजस्थान मूल के लोग बड़ी संख्या में हैं। सबसे अधिक संख्या जालोर जिले के प्रवासियों की है। यही वजह है कि जालोर जिला परिषद की 31 सीटों में से कांग्रेस एवं भाजपा दोनों ही दलों ने प्रवासियों पर बड़ा दांव खेला। इसी तरह कई पंचायत समितियों में भी प्रवासियों ने विजय पताका फहराई। रायपुर पंचायत समिति सदस्य के रूप में चेन्नई प्रवासी गौतम सीरवी वार्ड 21 से कांग्रेस के टिकट पर विजयी रहे। इसी तरह से हैदराबाद प्रवासी गौरीदेवी ने भी रायपुर पंचायत समिति में वार्ड एक से जीत हासिलकी। हैदराबाद प्रवासी राजूराम जाणी ने पंचायत समिति सरणाऊ के वार्ड 10 से भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की। वहीं अहमदाबाद प्रवासी कमलेश विश्नोई ने जालोर जिला परिषद सदस्य तथा मांगीलाल विश्नोई ने भी जिला परिषद सदस्य के रूप में जीत दर्ज की।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो