बच्चों को व्यसनों से बचाएं अभिभावक –
चेन्नईPublished: Sep 09, 2018 09:25:50 pm
अयनावरम स्थित जैन दादावाड़ी में एक कदम यौवन की दहलीज पर साध्वी कुमुदलता का प्रेरक प्रवचन
बच्चों को व्यसनों से बचाएं अभिभावक –
चेन्नई. अयनावरम स्थित जैन दादावाड़ी में चातुर्मासार्थ विराजित साध्वी कुमुदलता ने पर्यूषण पर्व के चौथे दिन रविवार को ‘एक कदम यौवन की दहलीज परÓ विषयक प्रवचन में अंतगढ़ सूत्र के माध्यम से श्रीकृष्ण और अरिष्टनेमि के प्रसंग का विवेचन किया। श्रीकृष्ण अरिष्टनेमि भगवान से अपने भाई गजसुकुमार के बारे में दर्शनमात्र पूछते हैं तो अरिष्टनेमि उनसे कहते हैं कि श्मशान तक जाने पर रास्ते में एक व्यक्ति मिलेगा, उसी ने गजसुकुमार को सिद्ध-बुद्ध किया है। अंतगढ़ सूत्र में दस राजकुमारों का वर्णन किया गया है जिन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई।
साध्वी ने कहा आज का युवा फैशन और व्यसन में डूबा हुआ है। इसके साथ ही आज के दौर में मोबाइल की सुविधा के चलते खत लिखना बंद हो गया। आज के युवाओं को अतीत में झांककर देखना चाहिए कि नौजवानों के दम पर ही हमें आजादी मिली थी। नौजवान स्वामी विवेकानंद विदेश गए तो साथ में धार्मिक ग्रंथ गीता लेकर गए। जब वहां उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि हम अपनी संस्कृति को सिर पर रखते हैं। आज का युवा अपनी संस्कृति को भूलता जा रहा है और विदेशी संस्कृति को अपनाने लगा है। नौजवानों से सिगरेट कहती है कि तुम मुझे थोड़ी देर जलाओगे, मैं तुम्हें पूरा भस्म कर दूंगी। युवाओं को जाग कर व्यसनों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं से कहा कि बच्चों को व्यसनों से दूर रखें।
कार्यक्रम के दौरान मासखमण के तपस्यार्थी भाइयों सुनील टाटिया व जिनेश टाटिया का सम्मान किया गया। मंच का संचालन हस्तीमल खटोड़ ने किया। नौजवानों से सिगरेट कहती है कि तुम मुझे थोड़ी देर जलाओगे, मैं तुम्हें पूरा भस्म कर दूंगी। युवाओं को जाग कर व्यसनों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं से कहा कि बच्चों को व्यसनों से दूर रखें। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं से कहा कि बच्चों को व्यसनों से दूर रखें।