scriptसद्भाव व संवाद के जरिए राम मंदिर के मसले का हल निकालने की तैयारी | Preparing to resolve the temple issue through goodwill and dialogue | Patrika News

सद्भाव व संवाद के जरिए राम मंदिर के मसले का हल निकालने की तैयारी

locationचेन्नईPublished: Dec 06, 2018 02:16:06 pm

Submitted by:

Ritesh Ranjan

-राम मंदिर निर्माण के लिए दक्षिण भारत से अयोध्या जाएंगे रामभक्त

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सद्भाव व संवाद के जरिए राम मंदिर के मसले का हल निकालने की तैयारी

चेन्नई. लगा था कि भाजपा सरकार सत्ता में आने के बाद राम मंदिर अवश्य बनाएगी पर उन्होंने भी मुद्दे को हल्के में ले लिया।
राम मंदिर के मुद्दे पर पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण सब तरफ लोगों का यही कहना है कि अब सरकार या फिर कोर्ट इस मामले में तनिक भी देरी करती है हम राम मंदिर का निर्माण करेंगे। दक्षिण में हाल ही में सबरीमला के मुद्दे ने यहां के हिंदूओं में और उबाल ला दिया है।
दक्षिण के केरल में सबरीमाला मंदिर की पवित्रता को बचाए रखने के लिए केरल सहित तमिलनाडु, कर्नाटक व आंध्र प्रदेश के लोग पहले से ही आक्रोशित हैं। रामलला के मंदिर पर लाए जा रहे अड़ंगे को सबरीमाला मंदिर मामले से जोड़ रहे हैं। चेन्नई निवासी जगन श्रीधर कहते हैं, ‘सनातन धर्म की परंपराओं पर लगातार हमला हो रहा है। राम पूरे देश के हैं। सारा जगत जानता है कि अयोध्या का विवादित स्थल राम की जन्मभूमि है। राम जन्मस्थान को जबरन विवादित बनाया गया है। केरल स्थित सबरीमाला हम सभी हिंदुओं का पवित्र स्थल है, लेकिन उसकी पवित्रता के विरुद्ध षडयंत्र किए जा रहे हैं। सबरीमाला में हमारा संघर्ष जारी है और इसे अपवित्र नहीं करने देंगे। राममंदिर निर्माण को समर्थन देने के लिए हम लोग यहां से अयोध्या कूच करने की तैयारी कर रहे हैं। हम भारतीय संविधान व न्यायिक प्रक्रिया में पूर्ण विश्वास करते हैं। राममंदिर बनना चाहिए, चाहे न्यायालय के निर्णय से अथवा कानून लाकर। न्याय प्रदान करने में इतना विलंब ‘अन्याय’ के बराबर लगने लगता है।
दम निकलना है तो राम के नाम पर अयोध्या में निकले
कोयम्बत्तूर के प्रकाश का कहना है कि वह और उसके साथी अगले कुछ दिनों में अयोध्या के लिए कूच करेंगे। उन्हें यह जानकारी मिली है कि देशभर से लोग राम मंदिर बनाने के लिए अयोध्या में एकत्र हो रहे हैं। ऐसे में वह इस काम में पीछे नहीं रहना चाहते। उनका कहना है कि जो काम सरकार न कर पाएं उसे भीड़ ने किया था। अब वही समय आ गया है अगर राम मंदिर के मुद्दे पर केंद्र सरकार अध्यादेश नहीं लाती है तो वह लोगों के साथ मिलकर अयोध्या पहुंचेंगे और वहां राम मंदिर निर्माण के लिए खुद प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि उनके साथ इस काम के लिए उनके चाचा भी साथ चलेंगे जिनकी उम्र ८४ वर्ष है। उनके चाचा का कहना है कि राम मंदिर की आशा को लेकर कई पीढ़ी निकल गई अगर उनका भी दम निकलना है तो वह राम के नाम पर अयोध्या में निकलें।
गौरतलब है कि 27 सितम्बर को तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने 29 अक्टूबर से इस मामले की अंतिम सुनवाई की तिथि निश्चित की थी। नियत तिथि पर यह मामला अंतिम सुनवाई के लिए उच्चतम न्यायालय के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल व न्यायमूर्ति केएम जोसफ की पीठ के समक्ष जैसे ही प्रस्तुत हुआ, पीठ ने मामले की सुनवाई जनवरी के प्रथम सप्ताह तक टालने का निर्देश देते हुए नई पीठ के गठन की बात कही।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद सहित अनेक संगठनों ने सरकार से कानून लाकर राममंदिर निर्माण की मांग की है।
मंदिर तो वही बनाएंगे
तिरुवनंतपुरम के नयतिनेरा गांव के विवेक प्रसाद कहते हैं, ‘यह नहीं चलेगा। कभी सबरीमाला मंदिर की पवित्रता को भंग करने का षडयंत्र होता है। कभी देश के अन्य मंदिरों का। हमें भी संविधान अधिकार देता है कि अपनी आस्था, परंपरा और संस्कृति का पालन कर सकें। लेकिन वास्तविकता यह है कि हमारी ही आस्था व परंपरा पर सर्वाधिक प्रहार हो रहा है। रामजी का मंदिर और सबरीमाला मंदिर हमारी आस्था पर प्रहार का सबसे बड़ा नमूना है। इस देश के मुसलमान जानते हैं कि वह रामजन्म भूमि है और मुगल हमलावर बाबर ने उसे तोडक़र मस्जिद बनाई थी। लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो मुसलमानों को भडक़ाकर वहां मंदिर निर्माण का विरोध करवा रहे हैं। स्थिति हमें दुखी करने के साथ ही आक्रोशित भी कर रही है। वह भगवान राम का जन्मस्थान है और मंदिर तो वहीं बनाएंगे।
भाजपा श्रद्धालुओं की हर संभव मदद को तैयार
तेलंगाना से कितने लोग जा रहे हैं मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है लेकिन जो भी लोग यहां से जा रहे हैं हम उनकी हर सम्भव मदद और सहायता के लिए सदैव तैयार हैं।
बांदी संजय, प्रवक्ता, तेलंगाना भाजपा
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राम मंदिर के लिए ३२ जिलों में कर रहे हैं संवाद कार्यक्रम
राम मंदिर के मुद्दे पर लोगों का जनमत हासिल करने लिए विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) तमिलनाडु के ३२ जिलों में संवाद कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। १९ दिसम्बर तक चलने वाले इस अभियान का सबसे बड़ा कार्यक्रम चेन्नई, वेलूर, सेलम, त्रिच्ची, मदुरै और कोयम्बत्तूर में कराया जाएगा। तमिलनाडु से अयोध्या जाने पर उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के बाद ही इच्छुक लोगों की सूची बनाई जाएगी, जिन्हें अयोध्या भेजा जाएगा।
पी.एम. नागराजन, तमिलनाडु, केरल व पुदुचेरी संगठन सचिव, वीएचपी
राम मंदिर के लिए कर्नाटक में २२ दिन की जनजागरण यात्रा रैली
हिंदू मुसलिम समुदाय में सद्भाव बनाकर राम मंदिर के मसले का हल निकालने के लिए कर्नाटक में २२ दिन की जनजागरूकता यात्रा रैली निकाली जा रही है। बीजापुर से शुरू हुई ५०० किमी की इस यात्रा का समापन बेंगलूरु में एक विशाल सभा के बाद होगा। यही नहीं इस मुद्दे पर यहां के हिंदू समाज के मठाधीशों का भी सर्मथन प्राप्त है। वोकालका और लिंगायत समुदाय के लोगों का भी इस मुद्दे का समर्थन कर रहे हैं।
एस.के. मित्तल, अध्यक्ष, मैसूर रामलीला समिति

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