स्वंयपाठी अभ्यर्थी उलझन में, सरकारी निर्देश का इंतजार
चेन्नईPublished: Jul 03, 2020 06:28:49 pm
दसवीं में रेगुलर विद्यार्थियों को सरकार ने किया था बिना परीक्षा दिए
private candidates are confused
चेन्नई. दसवीं में सरकार ने रेगुलर विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट करने का निर्णय ले लिया लेकिन स्वयंपाठी छात्रों के लिए अब तक कोई निर्णय न होने से वे उलझन में हैं। इस असमंजस के बीच वे अगली कक्षा में प्रवेश भी नहीं ले पा रहे हैं। सरकार ने स्वयंपाठी छात्रों के लिए बाद में गाइड़लाइन के लिए कहा था लेकिन इतना समय व्यतीत हो जाने के बाद भी सरकार ने इस दिशा में कोई निर्णय नहीं लिया है। ऐसे में छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है। परीक्षा के लिए 9.45 लाख छात्रों ने आवेदन किया था जिसमें से 30 हजार स्वयंपाठी थे। स्वयंपाठी आवेदन करने के अलग-अलग कारण थे।
जल्द सरकार करें प्रमोट
तमिलनाडु शिक्षक संघ के एक पदाधिकारी का कहना था कि सरकार को स्वयंपाठी विद्यार्थियों को भी प्रमोट कर देना चाहिए ताकि वे अगली कक्षा में प्रवेश पा सके। मौजूदा हालात के चलते कोरोना महामारी से छुटकारा पाना इतना जल्दी संभव नहीं लग रहा है। ऐसे में सरकार को जल्द कुछ निर्णय लेना चाहिए ताकि छात्रों का एक साल बर्बाद होने से बच सके।
अब असमंजस के हालात
एक अभिभावक का कहना कि पिछले साल मेरे बेटे के कम नंबर आने के कारण उसे इस बार स्वयंपाठी के तौर पर आवेदन किया था लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते परीक्षाएं स्थगित कर दी गई है। रेगुलर छात्रों को सरकार ने प्रमोट करने का निर्णय लिया है लेकिन स्वयंपाठी छात्रों के लिए अब तक कोई निर्णय न लेने से असमंजस के हालात बने हुए हैं।