वेलूर में मजदूरों को घर वापसी का है इंतजार
चेन्नईPublished: May 21, 2020 02:08:21 pm
पश्चिम बंगाल के मजदूरों ने सब्जी या खाद्य सामग्री लाने के लिए बाहर निकलने नहीं दिए जाने की शिकायत की। इस पर एसपी ने निगम की ओर से सब्जी वाहन को अस्पताल परिसर में लाने का आश्वासन दिया।
वेलूर में मजदूरों को घर वापसी का है इंतजार
वेलूर. लॉकडाउन मे फंसे मजदूरों की परेशानियों को देख सरकार ने उनकी घर वापसी के लिए श्रमिक स्पेशल टे्रन चलाने का निर्देश दिया है। वेलूर जिले में भी झारखंड, बिहार, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों के करीब 1 हजार से भी ज्यादा मजदूर विभिन्न इलाकों में ठहरे हुए हैं। लॉकडाउन घोषित होने के बाद से ज्यादातर मजदूरों को कार्यस्थलों में रखकर मालिकों ने ठहरने व भोजन की व्यवस्था की है। इसी तरह कलक्ट्रेट मार्ग पर बन रहे एक निजी अस्पताल में भी कार्य करने वाले करीब 400 प्रवासी मजदूर रुके हुए हैं। सोमवार को इन मजदूरोंं ने घर वापसी व खाद्य सामग्री की समस्या को लेकर जिला प्रशासन से गुहार लगाई। इस पर मौके पर पुलिस अधीक्षक प्रवेश कुमार ने पहुंचकर सभी मजदूरों के साथ बातचीत की तो ज्यादातर मजदूरों ने अपने घर वापस लौटने की इच्छा जताई तो कुछ ने भोजन की समस्या बताई। पश्चिम बंगाल के मजदूरों ने सब्जी या खाद्य सामग्री लाने के लिए बाहर निकलने नहीं दिए जाने की शिकायत की। इस पर एसपी ने निगम की ओर से सब्जी वाहन को अस्पताल परिसर में लाने का आश्वासन दिया।
मजदूरों ने अस्पताल प्रशासन की ओर से समय समय पर खाद्य सामग्री एवं रुपये दिलवाने की बात भी कही। इसके बाद एसपी प्रवेश कुमार ने मजदूरों को समझाया कि वेलूर में सीएमसी अस्पताल में इलाज कराने आए विभिन्न राज्यों के करीब 6 हजार मरीज व उनके परिजन लॉकडाउन के कारण फंसे हुए हैं। उनका अस्पताल में इलाज भी नहीं हो रहा है। सर्वप्रथम मरीजों की घर वापसी को लेकर झारखंड के लिए दो, बिहार के लिए एक एवं पश्चिम बंगाल के लिए दो टे्रनें चलाई जा रही है। पश्चिम बंगाल के मजदूरों ने सब्जी या खाद्य सामग्री लाने के लिए बाहर निकलने नहीं दिए जाने की शिकायत की। इस पर एसपी ने निगम की ओर से सब्जी वाहन को अस्पताल परिसर में लाने का आश्वासन दिया।