उन्होंने कहा चिदंबरम सीबीआई और ईडी द्वारा नोटिस जारी होने के बाद पहले कई बार अधिकारियों के समक्ष पेश हुए थे, तो ऐसे में उनके आवास की दीवार फांदने की क्या जरूरत थी? साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने वाले अनुच्छेद ३७० को हटाए जाने और नजरबंद नेताओं की रिहाई के लिए डीएमके सांसदों द्वारा दिल्ली में किए गए प्रदर्शन के लिए सभी का आभार जताया।इससे पहले सीपीएम के राज्य सचिव के. बालकृष्णन ने भी चिदंबरम की गिरफ्तारी की निंदा की।
यहां जारी एक विज्ञप्ति में उन्होंने कहा सत्ता में होने के दौरान अगर उनसे कोई गलती हुई थी तो उनके खिलाफ कार्रवाई करनी थी और ऐसा करने में कुछ गलत नहीं है, लेकिन इस तरह सीबीआई द्वारा गिरफ्तार कराना सही तरीका नहीं है। वीसीके प्रमुख तोल तिरुमावलवन ने कहा कांग्रेस को कमजोर करने के इरादे से यह गिरफ्तारी हुई है।
अगर उन्होंने गलत किया है तो उसके प्रति कानून को उसका काम करने देना चाहिए। भाजपा की प्रदेशाध्यक्ष तमिलइसै सौंदरराजन ने कहा कि लंबे नाटक के बाद चिदंबरम को गिरफ्तार किया गया है। सारे नाटक का कारण चिदंबरम स्वयं ही हैं। ऐसा करने के बजाय उनको कानून के तहत ईमानदारी से सीबीआई के समक्ष पेश हो जाना चाहिए था।